स्थानीय अधिकारी स्कूल भवनों की मरम्मत के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को करीब सात बार पत्र भेज चुके हैं। पिछले एक वर्ष से यह क्रम जारी है। स्कूल भवनों की स्थिति से सभी को अवगत कराया गया है, लेकिन फिर भी कोई ध्यान नहीं दिया गया है। इन पत्रों के अलावा भी लगातार जानकारी भेजी जाती है।
जनपद शिक्षा केन्द्र से करीब पांच बार भवन मरम्मत के लिए डिमांड भेजी जा चुकी है। कुछ माह में पहले ही 60 स्कूलों की मरम्मत के लिए करीब एक करोड़ की डिमांड भेजी थी, जिसमें किसी भवन के लिए दो लाख रुपए, तो किसी के लिए साढ़े तीन लाख रुपए की मांग की गई थी।
प्राथमिक स्कूल चमारी, रुसल्ला, बेरखेड़ी माफी स्कूल की मरम्मत के लिए दो-दो लाख रुपए आए हैं। इस राशि से तीनों भवनों की छात की मरम्मत होना है। क्योंकि छत पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है।
जर्जर स्कूल भवनों की जानकारी अधिकारियों को भेजी गई है और जो बजट वहां से मिला है उससे मरम्मत कार्य कराया जाएगा। यह राशि स्कूल के खाते में डाली गई है।
ब्रजेन्द्र शर्मा, उपयंत्री, जनपद शिक्षा केन्द्र, बीना