नए साल के स्वागत में मंदिरों में होंगे रामायण पाठ, भजन संध्या और महाआरती
बदलते दौर में लोग अंग्रेजी नए साल का स्वागत भी पारंपरिक और धार्मिक तरीके से करेंगे। वर्ष के पहले दिन मंदिरों में भजनों का कार्यक्रम का आयोजन होगा।
नए साल के पहले दिन मंदिरों में विशेष धार्मिक आयोजन होंगे। दूसरी तरफ होटलों और रेस्तरांं आदि में गीत-संगीत व नृत्य के साथ आतिशबाजी की धूम रहेगी। बदलते दौर में लोग अंग्रेजी नए साल का स्वागत भी पारंपरिक और धार्मिक तरीके से करेंगे। वर्ष के पहले दिन मंदिरों में भजनों का कार्यक्रम का आयोजन होगा। भगवान का विशेष श्रृंगार और आरती होगी। तीन समय की आरती के अलावा अखंड रामायण पाठ भी मंदिर में होगा।
शहर के पहलवान बब्बा मंदिर में सुबह से नियमित पूजन आरती के बाद दिन भर प्रसादी का वितरण होगा। भजन कीर्तन और सुंदरकांड पाठ भी होंगे। बड़ा बाजार स्थित राघवजी मंदिर में सुबह अभिषेक पूजन दोपहर में महाभोग लगेगा। पुजारी निताई दास ने बताया कि शाम 7 बजे से भजन संध्या एवं आरती के बाद प्रसाद वितरण होगा। लक्ष्मीनारायण मंदिर में विशेष पूजन एवं आरती होगी। प्राचीन देव भूतेश्वर मंदिर में भी कार्यक्रम का आयोजन होगा। भगवान शिव का अभिषेक किया जाएगा।
महाकाली मंदिर में होगा अनुष्ठान
चमेली चौक स्थित महाकाली मंदिर में महाकाली महिला मंडल द्वारा भजनों की प्रस्तुति दोपहर 3 बजे से होगी। मंदिर के पुजारी संजय अवस्थी ने बताया कि प्रात: हवन पूजन अनुष्ठान होंगे। उन्होंने बताया कि जय महाकाली भजन ग्रुप द्वारा भजनों की विशेष प्रस्तुति क आयोजन होगा। मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए विशेष प्रसादी वितरित की जाएगी।
1 जनवरी को होगा महा रुद्राभिषेक
मकरोनिया स्थित राम दरबार में 1 जनवरी को महा रुद्राभिषेक का आयोजन किया जाएगा। मंदिर में पांच दिवसीय 11 लाख ओम नम: शिवाय महामंत्र सामूहिक जप अनुष्ठान 28 दिसंबर से शुरू हो रहा है, जिसका समापन भी बुधवार को किया जाएगा। पं. केशव महाराज ने बताया कि महाआरती और भजनों का कार्यक्रम होगा। भक्तों को विशेष प्रसादी वितरित की जाएगी।
शुभ नक्षत्र और योग में शुरू हो रहा नया वर्ष
पं. मनोज तिवारी ने बताया कि एक जनवरी को द्वितीया तिथि, उत्तरा आषाढ़ नक्षत्र और हर्षण और शिववास योग बनने जा रहा है। इस योग को बेहद ही दुर्लभ माना जाता है। नए साल की शुरुआत हर्षण, शिववास, बालव और कौलव योग से होने से कुछ राशि वालों के लिए 2025 शुभ रहेगा। शनिदेव 29 मार्च को राशि परिवर्तन करेंगे। शनि ग्रह पिछले ढाई वर्ष से कुंभ में विराजमान थे। अब 29 मार्च को मीन राशि में प्रवेश करेंगे।
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