पंडित मोतीलाल नेहरू नगर निगम हायर सेकंडरी स्कूल में पिछले साल बच्चों की दर्ज संख्या 93 थी। नए सत्र के लिए 9 बच्चों के अभिभावक एडमिशन के दस्तावेज देकर गए हैं, लेकिन एडमिशन के लिए दस्तावेज पर्याप्त नहीं है। कक्षा नवमी के छात्रों को दसवीं में प्रवेश दे दिया गया है, लेकिन एडमिशन लेने वाले विद्यार्थी प्रवेश के आवेदन पत्र पर भी दस्तखत करने नहीं पहुंचे हैं। स्कूल में स्मार्ट क्लास व पर्याप्त शिक्षक संख्या होने के बावजूद यहां लगाकर विद्यार्थियों की संख्या घट रही है। स्कूल में 93 बच्चों को पढ़ाने के लिए 9 शिक्षक हैं।
शासकीय पद्माकर हायर सेकंडरी स्कूल में 60 विद्यार्थी पढ़ते हैं। यहां एडमिशन लेने के लिए कुछ बच्चे मार्गदर्शन के लिए आए। उसके बाद कोई भी छात्र स्कूल की ओर नहीं गया। स्कूल का स्टाफ आता है। छात्रों के नहीं होने पर स्कूल परिसर में सन्नाटा पसरा रहता है। प्राचार्य मनोज अग्रवाल का कहना है कि म्युनिसिपल और पदमाकर दोनों स्कूल बालक शाला हैं। दोनों स्कूलों में छात्रों को एडमिशन दिलाने के लिए घर-घर संपर्क किया गया है, लेकिन छात्र रुचि नहीं ले रहे हैं। यही वजह है छात्र संख्या में लगातार कमी आ रही है।
शासकीय उर्दू हाईस्कूल परकोटा में कक्षा नवमी व दसवीं में बच्चों की दर्ज संख्या 10 है। उर्दू स्कूल में पढ़ाई के लिए विद्यार्थियों का रुझान नहीं है। स्कूल की बिल्डिंग और शिक्षकों पर लाखों रुपए खर्च हो रहे हैं, लेकिन यहां भी नए विद्यार्थियों का दाखिला नहीं हो रहे हैं। स्कूल का रिजल्ट भी पिछले साल खराब था।