जाति सूचक शब्द कहने और धक्के मारकर थाने से निकालने का आरोप
थाना कुतुबशेर क्षेत्र की पथिक नगर कॉलोनी में रहने वाले एडवोकेट सत्येंद्र कुमार ने अदालत में प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि एक मामले में वो अपने पड़ोसी के साथ पिछले वर्ष 31 अगस्त को कुतुबशेर थाने गए थे। वहां पर थाना प्रभारी सुनील नागर ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। इतना ही नहीं आरोपों के अनुसार जाति सूचिक शब्दों का प्रयोग करते हुए उन्हे धक्के मारकर थाने से बाहर निकाल दिया। पीड़ित एडवोकेट ने अदालत को बताया कि, उन्होंने एक प्रार्थना पत्र एक सितंबर 2024 को मुख्यमंत्री पोर्टल पर भेजा। इसके बाद एससीएसटी आयोग नई दिल्ली से भी शिकायत की। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया डीजीपी को भी शिकायत करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहारनपुर और पुलिस उपाधीक्षक नगर को भी शिकायत की।
कोतवाल ने कहा सभी आरोप निराधार
एडवोकेट सत्येंद्र कुमार का कहना है कि अदालत ने प्रार्थना पत्र स्वीकार करते हुए पुलिस को मामला दर्ज कर सभी आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं। आदेशों में तत्कालीन थाना प्रभारी और एसआई समेत चार पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। उधर इस मामले में इंस्पेक्टर सुनील नागर से बातचीत की गई तो उन्होंने सभी आरोपों को आरोपों को निराधार बताया और कहा कि उनके पास सभी सबूत हैं।