सुबह के समय हो रही बरसात ( Rain )
शनिवार को हुई तेज बरसात के बाद हमने मौसम विभाग ( meteorological department ) से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को भी बरसात की उम्मीद जताई थी। ऐसा ही हुआ। रविवार तड़के ही सहारनपुर में बरसात शुरू हो गई। यह अलग बात है कि शनिवार को दिनभर मौसम में बदलाव रहा। पड़ोसी जिले में मुजफ्फरनगर में तो शनिवार को काफी गर्मी रही। यही हालात शामली और मेरठ में भी दिखे लेकिन सहारनपुर का मौसम यूपी के अन्य जिलों से अलग रहता है। शामली, बिजनौर, मुजफ्फरनगर तो सहारनपुर के पड़ोसी जिले हैं लेकिन सहारनपुर का क्षेत्र शिवालिक की पहाड़ियों से घिरा होने और इसकी सीमाएं उत्तराखंड के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश से मिली होने की वजह से यहां के मौसम का मिजाज भी अलग रहता है।
यूपी के अन्य शहरों से अलग है सहारनपुर के मौसम के मिजाज
सहारनपुर का में मौसम का मिजाज अलग रहता है, इसका सहज अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मुजफ्फरनगर और शामली में गर्मी पड़ रही है और सहारनपुर में बरसात के पानी से सड़कें लबालब हैं। यहां घाड़ क्षेत्र मिर्जापुर और बेहट में हालात खराब हैं। दरअसल यह पूरा इलाका शिवालिक की पहाड़ियों की तलहटी में पड़ता है। ऊपर पहाड़ों में पर होने वाली बरसात का पानी इकट्ठा होकर बरसाती नदियों से होते हुए सहारनपुर में प्रवेश करता है। यही कारण है कि इन दिनों पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बरसात की वजह से सहारनपुर की बरसाती नदियां उफान पर हैं। दो दिन से यहां सुबह के समय बरसात हो रही है और दिन भर मौसम खुला रहता है। अभी आगे भी मौसम विभाग ने सहारनपुर का मौसम लगातार बदलते रहने की उम्मीद जताई है।
घाड़ क्षेत्र में जन जीवन अस्त-व्यस्त
घाड़ क्षेत्र के कई गांवों का तो लगातार हो रही बरसात के कारण मुख्यालय से संपर्क ही कट गया है। यहां कुछ संपर्क मार्ग पानी के बहाव में कट गए हैं। इससे लोगों के खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। इन दिनों घाड़ क्षेत्र में रहने वाले लोगों के पास अपने लिए साफ पानी और अपने पशुओं के चारे तक की समस्या बन जाती है। सिटी क्षेत्र में भी हालात बहुत अच्छे नहीं हैं। यहां भी शनिवार तड़के हुई मूसलाधार बरसात में सारी सड़कें जलमग्न हो गई थी। अच्छी बात ये है कि दो दिन हुई इस बरसात के बाद अब मौसम सुहाना हो गया है और तापमान में गिरावट आई है।