संभल प्रशासन को धन्यवाद दे रहे हैं लोग
श्रद्धालु संजय ठाकुर ने बताया कि हनुमान जयंती पर हर वर्ष की तरह यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कल बाबा का चोला हुआ था। सुबह यज्ञ हुआ। इस दौरान सोने का श्रृंगार किया गया। हनुमान चालीसा का पाठ होगा। शाम को आरती होगी। बाबा का केक कटेगा। कल महाभंडारा होगा। संकटमोचक यज्ञ हुआ था। लोगों के संकट दूर होते हैं। बहुत दूर-दूर से श्रद्धालु यहां आते हैं। इस मंदिर की बहुत मान्यता है, लोगों को जो परेशानी होती है, वह दूर हो जाती है। इस कारण लोग यहां बाहर आते हैं। संभल प्रशासन को धन्यवाद देते दिखाई दे रहे हैं।
पुलिस बल और पीएसी ने संभाला है मोर्चा
संकटमोचक बाला जी महाराज का यह पहला मंदिर है। इस दौरान भगवान का विशेष श्रृंगार किया गया। दूर-दूर से भक्त दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे। शोभायात्रा के दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल और पीएसी के जवान मौजूद रहे। सुरक्षा-व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया। शोभायात्रा में महिलाओं और पुरुषों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और हनुमान जी के भजनों में डूबे नजर आए। यह शोभायात्रा श्री बालाजी मंदिर से शुरू हुई। इसके बाद यह शहर के विभिन्न इलाकों में घूमते हुए वापस मंदिर तक पहुंची। मंदिर में भी भक्तों ने जमकर जयकारे लगाए।