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सतना

कमाल की इंजीनियरिंग: चिकित्सकों ने छोड़ा अपना चेम्बर, ओपीडी हॉल में बैठकर देखे मरीज

8 फीट के कमरे में 8 डॉक्टरों के बैठने की बनाई व्यवस्था सतना. जिला अस्पताल के सर्जरी विभाग में सोमवार को एक अनोखी स्थिति देखने को मिली। यहां 8 डॉक्टरों की टीम को केवल 8 फीट के ओपीडी चेंबर में बैठने की व्यवस्था की गई। यह कमरा इतनी छोटी जगह पर था कि मरीजों की […]

सतनाApr 08, 2025 / 07:10 pm

Anil singh kushwah

8 फीट के कमरे में 8 डॉक्टरों के बैठने की बनाई व्यवस्था

8 फीट के कमरे में 8 डॉक्टरों के बैठने की बनाई व्यवस्था

8 फीट के कमरे में 8 डॉक्टरों के बैठने की बनाई व्यवस्था

सतना. जिला अस्पताल के सर्जरी विभाग में सोमवार को एक अनोखी स्थिति देखने को मिली। यहां 8 डॉक्टरों की टीम को केवल 8 फीट के ओपीडी चेंबर में बैठने की व्यवस्था की गई। यह कमरा इतनी छोटी जगह पर था कि मरीजों की संख्या के सामने यह व्यवस्था पूरी तरह से असमर्थ साबित हुई। नतीजतन, मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग के डॉक्टरों को ओपीडी चेंबर छोड़कर अस्पताल के हॉल में कुर्सियां लगाकर मरीजों का इलाज करना पड़ा। जिला अस्पताल में सर्जरी विभाग के लिए जो ओपीडी कक्ष आवंटित किया गया है, उसकी चौड़ाई मात्र 8 फीट है। सर्जरी में सीनियर, जूनियर और इंटर्न मिलाकर 11-12 डॉक्टर होते हैं। सोमवार को जब करीब 8 चिकित्सक एक साथ पहुंचे तो उनके लिए एक साथ बैठना संभव नहीं था। इस कारण डॉक्टरों को हॉल में बैठकर ओपीडी का संचालन करना पड़ा, जो दोपहर 1 बजे तक जारी रहा।
3 लाख का मेंटीनेंस, फिर भी अव्यवस्था
ओपीडी शुरू होने से पहले अस्पताल के इस हिस्से का 3 लाख रुपए की लागत से लोक निर्माण विभाग ने मेंटीनेंस कराया था। इसके बावजूद ओपीडी चेंबर की हालत दयनीय है। बिजली के बोर्ड टूटे हुए हैं। डॉक्टरों के वॉशरूम की व्यवस्था अधूरी है।
इधर, एमएलसी नहीं बनाने पर 5 बीएमओ को नोटिस
जिले के पांच विकास खंडों के बीएमओ को सीएमएचओ ने लापरवाही करने पर नोटिस जारी किया है। ये बीएमओ शासन के निर्देशों के बावजूद थानों को ऑनलाइन पोस्टमार्टम और एमएलसी रिपोर्ट नहीं भेज रहे थे। इसका असर पुलिस अनुसंधान पर पड़ रहा था। राज्य शासन ने एमएलसी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट को ऑनलाइन कर दिया है, ताकि थाने को अस्पतालों और डॉक्टरों के चक्कर से मुक्ति मिले। इसके लिए मेडलीपर सॉफ़्टवेयर तैयार किया गया है, जिसके माध्यम से रिपोर्ट ऑनलाइन भेजी जाती है। लापरवाही के कारण सीएमएचओ ने नागौद बीएमओ डॉ. प्रमोद प्रजापति, मझगवां बीएमओ डॉ. रुपेश सोनी, उचेहरा बीएमओ डॉ. एके राय, कोठी बीएमओ डॉ. अल्का माहुले और रामपुर बाघेलान बीएमओ डॉ. आरके सतनामी को नोटिस जारी किया है। सभी को 7 दिन में जवाब देने और लंबित रिपोर्ट 15 अप्रेल तक भेजने का निर्देश दिया गया है।

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