पढ़ाई में बाधा बनी डीजे की तेज आवा
दरअसल, शंकर केवट की बेटियां होली के दिन पढ़ाई कर रही थीं, लेकिन तेज आवाज में बज रहे डीजे के कारण उन्हें परेशानी हो रही थी। शंकर ने बाहर जाकर कुछ लोगों से डीजे बंद करने का अनुरोध किया, जिस पर वे भड़क गए और गाली-गलौज करने लगे। देखते ही देखते विवाद बढ़ गया और कुछ लोगों ने शंकर पर हमला कर दिया। वंदे भारत का सफर होगा और भी मजेदार, एमपी के इन रूटों पर जल्द शुरू होगी नई सुविधा घर तक पहुंचकर किया हमला
शंकर किसी तरह बचकर अपने घर पहुंचा, लेकिन गुस्साए आरोपी उसका पीछा करते हुए घर तक आ गए। वहां उन्होंने शंकर के पिता मुन्ना केवट, मां, पत्नी और बेटियों पर हमला कर दिया। हमले में मुन्ना केवट पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार किए गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
गांव में तनाव, पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा
घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया और भय का माहौल बन गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और गांव में सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया। रामनगर थाना प्रभारी टीकाराम कुर्मी ने बताया कि आरोपियों दीपू, कल्लू, रिंकू, रामचंद्र, शिवप्रसाद और लवकेश केवट के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस सभी आरोपियों की तलाश कर रही है और घटना के पीछे की पुरानी रंजिश की भी जांच कर रही है।