इतना ही नहीं उनकी इस तीन दिवसीय यात्रा में न ही सतना सांसद गणेश सिंह शामिल और न ही उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला। इसी के साथ विंध्य के अन्य भाजपा नेताओं ने भी उनके कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। पदयात्रा में सिर्फ दो विधायक ही शामिल हुए। रामपुर बाघेलान से विधायक विक्रम सिंह और मैहर सांसद श्रीकांत चतुर्वेदी इस यात्रा में शामिल हुए।
घर जाकर बांटे थे पीले चावल
मंत्री प्रतिमा बागरी ने विंध्य के उनके इस आयोजन से भाजपा नेताओँ की दूरी पर उन्होंने कहा कि पता नहीं क्यों नहीं आए। मैंने तो सतना सांसद, विधायक और डिप्टी सीएम सबके घर जाकर पीले चावल बांटे थे। और सभी को आमंत्रित किया था। डिप्टी सीएम को तो फोन करके भी बोला था। उन्होंने बताया कि विंध्य क्षेत्र के एक- एक भाजपा विधायक को आमंत्रित किया था। लेकिन हो सकता है सबकी व्यस्तता रही हो इस वजह से नहीं आ पाए।
विंध्य भाजपा में खींचतान जारी
विंध्य के भाजपा नेताओं में आपसी खिंचतान लगातार जारी है। थोड़े दिनों पहले रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा ने भाजपा विधायक सिद्धार्थ तिवारी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था। तो उसके बाद सिद्धार्थ तिवारी ने डिप्टी सीएम के घर के पास बनी मजार का मुद्दा उठाया। ये मामला शांत ही हुआ था कि प्रदीप पटेल ने फिर कानून व्यवस्था के मोर्चा पर पूरी सरकार को कई दिनों तक घेरे रखा। ऐसे कई छोटी- मोटी राजनैतिक द्वेषता आए दिन विंध्य में भाजपा नेताओं के बीच देखने को मिल रही है। जिस पर प्रदेश संगठन भी नजर बनाए हुए है।