जानकारी के अनुसार, एक महीने पहले इसी इलाके में हुई कार्रवाई के दौरान एक युवक की मौत हो गई थी। इस पर थाना प्रभारी को सस्पेंड किया गया था। बावजूद इसके अवैध बजरी खनन थमने का नाम नहीं ले रहा।
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ग्रामीणों ने क्या बताया
ग्रामीणों से मिली सूचना के अनुसार, शिवाड़ की ओर से पुलिस की 112 कार बनास नदी पर पहुंची। जहां बड़ी संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से बजरी भरी जा रही थी। इसी दौरान पीछा करते हुए एक ट्रॉली अनियंत्रित होकर पुलिस की गाड़ी पर पलट गई। पुलिसकर्मी अपनी क्षतिग्रस्त कार को लेकर वापस शिवाड़ लौटे और दूसरी गाड़ी से जब दोबारा मौके पर पहुंचे तो माफियाओं ने ट्रॉली को सीधा कर मौके से भगा दिया और उसे पुलिस चौकी तक नहीं पहुंचने दिया।
क्या है ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ पुलिसकर्मी बजरी निकालने की एवज में माफियाओं से ‘एंट्री’ लेते हैं और जब कोई ‘एंट्री’ नहीं देता तो उसके खिलाफ कार्रवाई होती है। हालांकि, पुलिस इन सभी आरोपों से इंकार कर रही है। चौथ का बरवाड़ा थाना प्रभारी हीरालाल ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी में ट्रॉली के गाड़ी से टकराने का कारण रास्ते का सकरा होना बताया गया है।