पर्यटकों के लिए नई खबर सामने आई हैैं। यदि आप पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी के कोर एरिया में घूूमने जाने की योजना बना रहे हैं तो ध्यान रहे, आने वाले तीन महीनों के लिए यहां की सुबह और शाम की सफारी की बुकिंग फुल हो चुकी है। इधर बफर एरिया में भी क्रिसमस से लेकर नए साल के पहले सप्ताह तक ऑनलाइन बुकिंग नहीं हो सकेगी।
प्रदेश के अन्य सभी टाइगर रिजर्व में से पेंच टाइगर रिजर्व सबसे छोटा है। 1179632 वर्ग किलोमीटर में फैले इस टाइगर रिजर्व में कोर एरिया 411330 वर्ग किमी और बफर 768302 वर्ग किमी है। यहां 123 से ज्यादा बाघ हैं। बाघों के साथ शावकों की मौजूदगी पर्यटकों को लुभा रही है। कोर और बफर क्षेत्र में बाघिन अक्सर शावकों के साथ दिखाई देते पर्यटकों को आकर्षित कर रही हैं। बाघों के अलावा पेंच में 175 तेंदुआ हैं। इनके साथ ही काला तेंदुआ, गौर, भालू, सांभर, चीतल, नीलगाय, भेड़की, जंगली सूकर, सोन कुत्ता, भेड़िया, मोर आदि वन्य जीव भी पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं। पेंच टाइगर रिजर्व के कोर और बफर क्षेत्र में सफारी शुरू होने के बाद से ही भारतीय के साथ विदेशी पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं। इसके कारण यहां के अधिकांश रिजार्ट भी गुलजार हैं।
यह भी पढ़ें: फंस गए विधायक, रद्द हो सकती है सदस्यता! हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाते हुए खारिज कर दीं आपत्तियां घने जंगलों, जानवरों से भरा है पेंचपेंच पार्क अपनी जैव विविधता के लिए अब पूरे देश में पहचाना जाने लगा है। पार्क बाघों के लिए भले जाना जाता हो, लेकिन यह जैव विविधता के लिए भी पहचाना जाने लगा है। यहां पर 325 से अधिक पक्षियों की प्रजातियां, 90 स्तनपाई जीव प्रजातियां, 13 प्रकार के उभयचर और अन्य जीव मिलते हैं। 125 तिललियों की प्रजातियां के अलावा यहां पर 1300 से अधिक पौधों की प्रजातियां पाई जाती हैं। विविधता पूर्ण इको सिस्टम होने के कारण पार्क पर्यावरण विदें को भी आकर्षित करता है। हर साल यहां की जैव विविधता के विषय में जानने के लिए प्रदेश के सभी जिलों के स्कूली बच्चे और शिक्षक मोगली उत्सव में आते हैं। तीन दिन रहकर यहां के जीव.जंतु और प्रकृति से रूबरू होते हैं।
पेंच की इसी जैव विविधता के कारण यह विख्यात हो रहा है। टाइगर रिजर्व में साल दर साल भारतीय और विदेशी पर्यटकों की तादाद बढ़ रही है। इससे क्षेत्र के रिसोर्ट, गाइड, जिप्सी चालकों और अन्य लोगों के साथ ही पेंच प्रबंधन के राजस्व में भी वृद्धि हो रही है।
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कोर एरिया में टुरिया कर्माझिरी और जमतरा गेट हैं जबकि बफर में तेलिया, रूखड़, मसूरनाला, कुंभपानी और खवासा गेट से पर्यटक सफारी के लिए जाते हैं। सफारी का समय सुबह 6 से 11 बजे तक एवं शाम की सफारी दोपहर 3 बजे से 6 बजे तक निर्धारित है। जुलाई, अगस्त और सितम्बर के दौरान अधिक वर्षा होती है, इसलिए कोर एरिया के गेट पर्यटकों के लिए बंद रखे जाते हैं।
पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी के सहायक संचालक नरेश पाटीदार बताते हैं कि पेंच के कोर एरिया में आने वाले पर्यटकों की ऑनलाइन बुकिंग अगले तीन.चार महीने के लिए पहले से ही फुल हो चुकी है। कुछ सीटें जो तत्काल में कैंसिल होती हैं, उन्हें गेट पर ही टिकिट मिल सकता है लेकिन पहले से यह निश्चित नहीं होता है। क्रिसमस से नए साल के बाद तक पेंच इलाके के रिसोर्ट तक में काफी चहल-पहल होती है।
इधर पेंच बफर एरिया सिवनी के एसडीओ आशीष पांडेय के अनुसार पेंच के कोर एरिया की ऑनलाइन बुकिंग कई महीनों तक की फुल हो जाती है। जो पर्यटक वहां नहीं जा पाते वो बफर के लिए बुकिंग कराते हैं। फिलहाल तो बफर में कम गाड़ी जा रही हैं लेकिन क्रिसमस से नए साल तक यहां भी बुकिंग फुल रहती है।
पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी में आए पर्यटक
वर्ष भारतीय विदेशी कुल पर्यटक
2022-23 169445 7971 177416
2023-24 167927 9856 177783
2024-25 47018 2853 49871
इस वर्ष नवम्बर तक की स्थिति