Madrasas Sealed: शासन के निर्देश पर बीते दो माह से नेपाल से सटे जिलों में बॉर्डर क्षेत्र में अवैध मदरसों की जांच चल रही है। इनमें अधिकांश मदरसा सरकारी जमीनों पर अवैध रूप से कब्जा करके बनाए गए थे। उनकी मान्यता भी नहीं है। प्रशासन की जांच में कुछ ऐसे मदरसे मिले हैं। जिनमें बच्चे पढ़ाई की जगह झाड़ फूंक कर रहे थे। प्रशासन की टीम ने जब इनसे सवाल किया तो जवाब मिला कि सरकार कोई फंड तो दे नहीं रही है। ऐसे में खर्च निकालने के लिए झाड़ फूंक करना पड़ता है। यह सुनकर जांच टीम हैरान रह गई।
इन जिलों में चल रहा अभियान
यूपी के बहराइच, पीलीभीत,
श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महाराजगंज में प्रशासन द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसमें अब तक महाराजगंज में 33 अवैध धार्मिक स्थल और मदरसे मिले हैं। जबकि सिद्धार्थनगर में 21 अवैध धार्मिक स्थल और मदरसे मिले हैं। वहीं सबसे ज्यादा एक्शन श्रावस्ती जनपद में हुआ है। यहां 75 अवैध मदरसे सील किए जा चुके हैं। वहीं 164 के खिलाफ बेदखली की कार्रवाई की गई है। इनके अलावा पीलीभीत में भी एक अवैध धार्मिक स्थल मिला है। प्रशासन ने इसमें शामिल 6 लोगों के नाम नोटिस जारी किया है।
श्रावस्ती में अब तक 75 मदरसे किए गए सील
श्रावस्ती में अब तक सबसे ज्यादा 75 मदरसों को सील किया गया है। एक मदरसा संचालक ने तो सार्वजनिक शौचालय को दीवाल खींचकर मदरसे के बाउंड्री वालों के अंदर कर लिया। इस पर लोगों ने आपत्ति भी जताई थी। लेकिन समय के रहते प्रशासन ने शौचालय को अतिक्रमण मुक्त कर दिया था। कुछ सरकारी जमीनों पर बने मदरसों पर बुलडोजर की कार्रवाई हुई है। जमीन को खाली कर दिया गया है। Bahraich: बहराइच में बीजेपी के पूर्व सांसद पर जानलेवा हमला घर में छुपकर बचाई जान, हथियारबंद पहुंचे थे आरोपी
अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी बोले- अवैध मदरसों के खिलाफ चल रही कार्रवाई
श्रावस्ती जिले के अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी देवेंद्र राम का कहना है कि जिले में 105 मदरसों के पास मान्यता है। जबकि इस वक्त करीब 297 मदरसे चल रहे हैं। बिना मान्यता के चल रहे मदरसों पर कार्रवाई की जा रही है। श्रावस्ती जिला प्रशासन नेपाल सीमा के एकदम करीब वाले गांव में अवैध निर्माण को रोकने के लिए सक्रिय हैं। बॉर्डर से 10 किलोमीटर के एरिया में अब अगर कोई रजिस्ट्री होगी। तो पहले उसकी जांच होगी। इसके बाद ही रजिस्ट्री होगी और निर्माण किया जा सकेगा।