गीत गुनगुनाते हुए दिया बेटी को जन्म
सिंगरौली के पराई (कर्थुआ) गांव की रहने वाली 22 साल की दिव्या द्विवेदी को 8 जुलाई को प्रसव पीड़ा के बाद सीधी के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। यहां डॉ. बीना मिश्रा ने सुरक्षित प्रसव के लिए ऑपरेशन की सलाह दी। आमतौर पर ऑपरेशन का नाम सुनकर प्रसूताएं डर में होती हैं। लेकिन दिव्या के होठों पर मुस्कान भी और वो लोकगीत ‘सोहर’ गुनगुना रही थी। जब ऑपरेशन थियेटर ले जाया जा रहा था तब दिव्या सोहर गीत गुनगुना रही थी और ऑपरेशन के वक्त भी असहनीय दर्द के बीच भी उसके होठों पर मुस्कान और सोहर गीत था। दिव्या ने मुस्कुराते हुए एक प्यारी सी बेटी को जन्म दिया है।
मां बनने की खुशी ने दर्द को भुला दिया
दिव्या द्विवेदी ने बताया कि उन्हें डर से ज्यादा मां बनने की खुशी थी। उन्हें बेटी की चाह थी जब डॉक्टरों ने बताया कि बेटी हुई तो ऑपरेशन का दर्द एक तरह से गायब हो गया। ओटी से वार्ड में शिफ्ट होने पर भी दिव्या सोहर गीत गुनगुनाती रहीं। दिव्या का ऑपरेशन करने वाली डॉ. बीना मिश्रा भी दिव्या का साहस देख हैरान रह गईं। उन्होंने बताया कि अमूमन सर्जरी के नाम से ही महिलाएं डर जाती हैं। मेरे करियर में यह पहली बार था जब कोई महिला ओटी में आत्मविश्वास के साथ मुस्कराते हुए सोहर गा रही थी, मैंने पहले कभी ऐसा आत्मबल नहीं देखा । ऑपरेशन टीम ने भी उनके साहस की सराहना की।