उद्योग नगर पुलिस थाना में परिवादी ओमप्रकाश ने मामला दर्ज करवाया है। पीड़ित ओमप्रकाश सीकर में कैफे चलाता है। योगेश सेवदा नाम का युवक उसके यहां पर आता जाता था। अक्टूबर 2022 में योगेश दीपावली के दौरान योगेश सेवदा उससे मिलने आया और बोला कि उसके भाई मनोज की दिल्ली में अच्छी जान पहचान है। व्यापार के लिए एक नामी आइसक्रीम कंपनी की एजेंसी दिलवा देगा। पीड़ित ने किश्तों में 5 से 7 लाख रुपए योगेश को दे दिए। आरोपी योगेश ने कहा कि आपके नाम एजेंसी अलॉट होने वाली है, 7 से 8 लाख रुपए और दो। ओमप्रकाश ने उसे 7 से 8 लाख रुपए और दे दिए। पीड़ित ओमप्रकाश को एजेंसी नहीं मिली।
दोगुना मुनाफा कमाने का झांसा दे 10 लाख लिए-
जब ओमप्रकाश ने योगेश से संपर्क किया तो उसने कहा कि एजेंसी वाला काम नहीं हो पाया है। ओमप्रकाश ने पैसे वापस देने को कहा तो योगेश ने कहा कि वह पैसे उसके भाई मनोज ने दिल्ली में अपनी जानकार कंपनी में इन्वेस्ट कर दिए हैं, तुम्हे अच्छा मुनाफा मिल जाएगा। आप 8 से 10 लाख रुपए और इन्वेस्ट कर दो फिर आपके पूरे पैसे डबल होकर मिल जाएंगे। पीड़ित ने विश्वास कर योगेश को और रुपए दे दिए। इस तरह से ओमप्रकाश ने कुल 23.50 लाख रुपए योगेश को दे दिए। पीड़ित ओमप्रकाश ने जानकारों से रुपए उधार लेकर निवेश किए थे। उसने एयू बैंक से लोन दिलवाने के लिए रामकरण सेवदा को कहा। ओमप्रकाश ने अपना एक चेक और डॉक्यूमेंट रामकरण को देने के लिए योगेश को दे दिया। रामकरण ने लोन की फाइल कैंसिल होने की बात कही। अब योगेश पीड़ित ओमप्रकाश को ना तो 23.50 लाख रुपए दे रहा है और ना ही उसके चेक व अन्य दस्तावेज दे रहा है।