पुलिस ने बताया कि प्रेम सैनी पुत्र लालचंद सैनी उद्योग नगर थाना में मामला दर्ज करवाया था। मृतक के बेटे प्रेम सैनी का आरोप है कि उसके पिता लालचंद सैनी ने जयपुर रोड स्थित एक निजी फाइनेंस कंपनी से लोन लिया था। उन्होंने समय-समय पर किश्तों का भुगतान किया। 16 अप्रैल को दोपहर 2.30 बजे फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी पीड़ित के घर वार्ड नंबर 38, पुरोहित की ढाणी आए। आरोप है कि उन्होंने परिवार को जबरदस्ती घर से बाहर निकाल दिया तथा कमरों व मैन गेट के ताला लगा दिया। मकान पर नोटिस लगा दिया था। कंपनी के लोगों ने पीड़ित के पिता को बलपूर्वक घर से बाहर भगा दिया। पीड़ित के पिता लालचंद पुत्र रामेश्वरलाल सैनी 58 वर्ष निवासी पुरोहितजी की ढाणी ने परेशान होकर बस डिपो के पास एक होटल में कमरा लेकर सेल्फॉस की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली थी।
15 लाख के लोन के ब्याज व पेनल्टी लगा 34 लाख कर दिए थे-
परिवार के सदस्यों ने बताया कि लालचंद सैनी ने एक फाइनेंस कंपनी से 15 लाख का लोन लिया था। पीड़ित ने फाइनेंस कंपनी को 7 लाख रुपए चुका दिए थे। फिर भी कंपनी ब्याज व पेनल्टी सहित 34 लाख रुपए कर दिए थे। परिवार का आरोप है कि फाइनेंस कंपनी की ओर से पेनल्टी, ब्याज जोड़कर करीब 40 लाख रुपए कर दिए थे। मकान कुर्क होने के पहले फाइनेंस कंपनी के द्वारा किसी तरह का कोई नोटिस भी नहीं दिया गया था। परिवार व सर्व समाज के गणमान्य लोग मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए। धरने के साथ ही वार्ता में विधायक राजेंद्र पारीक, पूर्व विधायक रतनलाल जलधारी, पूर्व सभापति जीवण खां, भाजपा नेता रतनलाल सैनी, जिला परिषद सदस्य परमानंद सैनी, पार्षद सुरेश सैनी, महेश शर्मा ने कंपनी प्रतिनिधियाें, सीओ सिटी प्रशांत किरण, एसडीएम निखिल कुमार अग्रवाल, उद्योग नगर थानाधिकारी मनोज कुमार ने समझौता वार्ता की। वार्ता के बाद फाइनेंस कंपनी ने मय ब्याज सहित 34 लाख पूरा लोन माफ कर दिया है। वहीं सोमवार तक मकान का पट्टा व कागजात सहित नो ड्यूज दे देंगे। मकान का ताला खोलकर सील हटा दी और मकान परिवार को सुपुर्द कर दिया।