सीकर के लोगों को रोजमर्रा के कामों के लिए जयपुर जाना पड़ रहा
अभिभाषक संघ के महासचिव नरेश कुमार भूकर ने बताया कि सीकर संभाग व नीमकाथाना जिला बहाल करने की मांग को लेकर पिछले 50 दिनों से वकील धरने पर बैठे हुए हैं। धरना स्थल पर सरकार की सद्बुद्धि के लिए सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया। साथ ही धरना स्थल पर महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती भी मनाई गई। महासचिव ने कहा- इतने दिनों में हर इंसान को सद्बुद्धि आ जाती है, लेकिन भाजपा की भजनलाल सरकार को सद्बुद्धि नहीं आई। भूकर ने कहा कि सीकर के लोगों को रोजमर्रा के कामों के लिए जयपुर जाना पड़ रहा है। सीकर के संभाग मुख्यालय में सभी काम पूरे हो गए थे और इन्फ्रास्ट्रक्चर भी था। फिर ऐसी क्या आफत आ गई कि सरकार को इसे निरस्त करना पड़ा।
दो हजार फाइलें न्यायालय में ट्रांसफर
पिछले 17 महीने में संभाग मुख्यालय पर संभागीय आयुक्त एवं अतिरिक्त संभागीय आयुक्त की नियुक्ति कि गई। प्रशासनिक ढांचा धीरे-धीरे कार्य करने लगा और संभागीय मुख्यालय पर पुलिस महानिरीक्षक की नियुक्ति की जाकर उनका कार्यालय स्थापित कर दिया गया। संभागीय आयुक्त कार्यालय व न्यायालय के लिए भूमि आवंटित कर दी गई। न्यायालय के अंतर्गत जयपुर व बीकानेर से लगभग दो हजार फाइलें न्यायालय में ट्रांसफर होकर सीकर संभाग मुख्यालय पर सुनवाई के लिए रखी जाने लगी।