जयपुर रैंज आईजी अजयपाल लांबा व सीकर पुलिस अधीक्षक डीआईजी भूवन भूषण यादव के निर्देश पर सीओ सिटी प्रशांत किरण के नेतृत्व में गठित तीन थानों की पुलिस टीमें व डीएसटी टीम आरोपियों की धरपकड़ में जुटी हुई थी। एएसपी गजेंद्रसिंह जोधा ने बताया कि श्रवण कुमार ने ममाला दर्ज करवाया था। मामले के अनुसार आरके ग्रुप 0056 के सरगना हिस्ट्रशीटर रविंद्र कटेवा व उसकी गैंग के गुर्गों ने 25 नवंबर 2024 को गुमाना का बास में शादी समारोह से फॉर्च्यूनर कार में लौट रहे सुरेश कुमार मुंवाल व उसके दोस्तों पर लक्ष्मणा का बास में टीवीएस शोरूम के पास रात 8.15 बजे जानलेवा हमला किया था। आरोपियों ने सुरेश कुमार व उसके साथी अशोक कुमार निवासी मूंडवा पर जानलेवा हमला किया था। आरोपी हिस्ट्रशीटर मनोज महला पर पूर्व में मारपीट, जानलेवा हमला सहित गंभीर प्रकृति के मामले दर्ज हैं।
धमकियां देने वाले राजू बगड़िया को नहीं पकड़ रही पुलिस-
सुरेश कुमार व उनके साथी अशोक कुमार गाड़ी में से निकल कर भो तो हिस्ट्रशीटर रविन्द्र कटेवा ने सुरेश मुंवाल पर पिस्टल से फायर किया। हिस्ट्रशीटर रविन्द्र कटेवा के साथ में बदमाश विकास बाटड, रोहित गिल, सोनू ढाका, संदीप गिल, मनोज महला भी साथ थे। आरोपियों ने सुरेश मुंवाल का अपहरण कर धारदार हथियारों व नुकीले लोहे के सरियों से हमला कर हाथ-पैर तोड़ दिए। घायल सुरेश कुमार मुंवाल ने श्रवण कुमार भादवासी को बताया कि 0056 गैंग का सरगना हिस्ट्रशीटर रविंद्र कटेवा धमकी दे रहा था कि उसने श्रवण फगेड़िया की कब्जाशुदा जमीन का सौदा शारदा पत्नी श्रीचंद जाट निवासी भादवासी से कर लिया है। शारदा और उसके बेटे जितेंद्र, राजेश ने श्रवण फगेड़िया को मारने की सुपारी दे रखी है, इसलिए उसका जल्द ही निपटारा कर दूंगा। हिस्ट्रशीटर रविंद्र कटेवा ने सुरेश को कहा कि उसके ग्रुप 0056 और 5600 ग्रुप में शूटर बदमाश और बड़े गैंगस्टर हैं। जाते समय 5600 ग्रुप के बदमाश राजू बगड़िया धमकियां दी कि इसको मार दो, इसके बाद श्रवण को भी मार देंगे। उक्त मामले में पूर्व में पूरे घटनाक्रम की साजिश रचने व श्रवण कुमार को जान से मारने की सुपारी देने वाले व श्रवण भादवासी की जमीन को हड़पने का प्रयास करने वाले बदमाश व 5600 ग्रुप के सरगना महेंद्र धींवा पुत्र बनवारी लाल धींवा को भी गिरफ्तार किया गया था। लेकिन पुलिस की मिलीभगत के चलते सामान्य धाराएं लगाए जाने के चलते उसे कुछ दिनों में ही जमानत मिल गई थी।
मुख्य सरगना सहित चार आरोपी अब भी फरार-
सीकर एसपी भुवण भूषण यादव ने 08 जनवरी को हिस्ट्रशीटर रविंद्र कटेवा पर 25 हजार व विकास बाटड़, संदीप गिल, रोहित कुमार, मनोज महला और सोनू ढाका पर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। आरोपी को पकड़ने में कांस्टेबल अंकुश कुमार, राकेश कुमार, देवीलाल, महावीर, बलवीरसिंह की विशेष भूमिका रही।
सीओ सिटी प्रशांत किरण व आईपीएस प्रतीकसिंह की टीम को मिली सफलता-
पुलिस ने आरोपियों की तलाश में कई बार दबिश दी। लेकिन गुर्गों व सीकर के लोकल तंत्र से सूचना मिलते ही आरोपी हर बार पुलिस के पहुंचने से पहले ही जगह बदल लेते थे। हिस्ट्रशीटर मनोज महला कुछ दिनों में ही अपने ठिकाने व लोकेशन बदल लेता था।। आरोपी हरियाणा, दिल्ली, गुड़गांव की तरफ फरारी काटता रहा। इसके बाद एसपी भुवण भूषण यादव के निर्देश पर सीओ सिटी आईपीएस प्रशांत किरण और प्रोबेशनर आईपीएस प्रतीक सिंह की ओर से विशेष टीम का गठन किया गया।पुलिस ने आरोपी मनोज महला पुत्र सुमेर महला निवासी बलरिया को जयपुर में मुरलीपुरा इलाके से गिरफ्तार किया है। आरोपी वहां खुलेआम गाड़ी लेकर घूम रहा था। अब पुलिस रविेंद्र कटेवा सहित उसके अन्य गुर्गों की तलाश में जुटी है।
हिस्ट्रशीटर व बदमाश पीड़ित, गरीब की जमीन व विवादित जमीन पर कर रहे कब्जा-
आरके ग्रुप 0056 के सरगना हिस्ट्रशीटर रविंद्र कटेवा, उसका गुर्गा हिस्ट्रशीटर मनोज महला और 5600 ग्रुप के सरगना महेंद्र धींवा निवासी गुंगारा सहित इनके गुर्गे सीकर शहर के आसपास, दादिया, कुड़ली, भादवासी, गुंगारा, कटराथल, सिंहासन, बेरी, भजनगढ़, दौलतपुरा, लक्ष्मणा का बास, गुमाना का बास, पिपराली सहित आसपास के शहर से सटे गांवों में गरीब, पीड़ित व शोषित परिवार को चिन्हित कर उसे कर्जा देकर या डरा धमका कर सस्ती जमीनें खरीदने का काम करते हैं। यही नहीं ये हिस्ट्रशीटर विवादित जमीन को औने-पौने दामों में खरीदकर उस पर कब्जा कर से कॉलोनी काटने वाले लोगों को बेच देते हैं।