यह घटना कोटा के महावीर नगर स्थित अहिंसा सर्किल की है। वहां मौजूद वर्कशॉप के मालिक इश्तिहाक अहमद के अनुसार, गुरुवार रात करीब 9 बजे वे वर्कशॉप बंद करने की तैयारी कर रहे थे। उसी दौरान एक स्कूटर रास्ते में खड़ा था, जिसे हटाने के लिए वर्कशॉप में काम करने वाला मैकेनिक सुरेंद्र यादव (35) स्कूटर साइड कर रहा था। इसी दौरान वहां एक कार में सवार 4-5 युवक आए और कार खड़ी कर दी। आगे-पीछे गाड़ी करने को लेकर कहासुनी शुरू हुई।
बात बढ़ते-बढ़ते गाली-गलौज और हाथापाई तक जा पहुंची। कार सवार बदमाशों ने अचानक चाकू निकाल लिया और सुरेंद्र पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। चाकू के वार उसकी पीठ, पसलियों और गर्दन पर पड़े। उसे बचाने आए वर्कशॉप मालिक इश्तिहाक पर बदमाशों ने लोहे की रॉड और डंडों से हमला कर दिया। उनके एक हाथ और एक पैर में गंभीर फ्रैक्चर हुआ है।
बदमाश फरार, पुलिस जांच में जुटी
हमले के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। सुरेंद्र और इश्तिहाक को तुरंत न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने सुरेंद्र को मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही डीएसपी मनीष शर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान की जा रही है। महावीर नगर और आरकेपुरम पुलिस फोर्स मौके पर तैनात है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पिता की मौत से 3 बच्चों का टूटा सहारा
मृतक सुरेंद्र यादव कोटा के श्रीनाथपुरम सेक्टर-सी का रहने वाला था। वह पिछले 3-4 सालों से वर्कशॉप में मैकेनिक का काम कर रहा था। उसके दो बेटियां और एक बेटा हैं। भाई गोलू ने बताया कि सुरेंद्र दो भाइयों में बड़ा था और पूरे परिवार का सहारा था। घटना के बाद बड़ी संख्या में लोग हॉस्पिटल और वर्कशॉप पर एकत्र हो गए। इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। स्थानीय लोगों ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। इधर, पुलिस ने हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमलावरों की पहचान की जा रही है। वहीं, घायल वर्कशॉप मालिक इश्तिहाक अहमद का इलाज जारी है और सुरेंद्र का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा जाएगा।