इस संबंध में मृतका की मां जयपुर निवासी भागोती देवी पत्नी लक्ष्मीकांत नायक ने सदर थाने में रिपोर्ट दी है। इसमें लिखा है कि उनकी बेटी अंजली कुमारी उम्र 17 वर्ष 5 माह को तीन माह पहले प्रदीप पुत्र मनफूल नायक निवासी भिखनवासी सीकर भगा कर सीकर ले आया था। भगा लेकर जाने के बाद तय हुआ कि वे दोनों शादी कर लेंगे। शादी की दोनों परिवारों के बीच वकील बुलवाकर लिखित समझौता किया गया था।
दहेज के लिए प्रताड़ित कर मारपीट करते थे
पीड़िता भागोती देवी का आरोप है कि उनकी बेटी को आरोपी प्रदीप ने एक माह तक तो ठीक रखा उसके बाद अंजली को परेशान करना शुरू कर दिया। ताने मारने लगे की अंजली के घरवाले दहेज़ देंगे तो ही उससे शादी करेगा। प्रदीप व उसके परिवार ने अंजली के साथ मारपीट करनी शुरू कर दिया। पीड़िता व उसके परिवार से उसकी बेटी की बात करवाना भी बंद कर दी। भागोती देवी ने बताया कि कभी अंजली उनसे छुपकर बात करती थी। अंजली मां को बोलती थी की प्रदीप, प्रदीप की मां व उसकी बहनों ने उसे कैद करके रखा है। उसने यह भी बताया था कि उसके साथ मारपीट करते हैं। मारने का आरोप
भागोती देवी ने बताया कि 20 जनवरी की शाम करीब पांच बजे पुलिस ने उन्हें सूचना दी कि अंजली ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। उसका शव श्री कल्याण हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखा हुआ है। पीड़ित परिवार एसके हॉस्पिटल आए तो उन्हें पता चला कि अंजली को प्रदीप व उसके परिवार वाले मार भी सकते हैं। क्योंकि वो लोग उसे परेशान करते थे।
ये भी उठे सवाल
इस मामले का दूसरा पहलू भी है। पीड़िता भागोती देवी से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रदीप नायक उनकी बेटी अंजली को भगाकर ले गया था। उसने अंजली को 20 दिन तक अपनी बहनों के यहां छुपाकर रखा था। पुलिस ओर हमारा परिवार अंजली को ढूंढ़ रहे थे। आरोपी ने नाबालिग बेटी के साथ शादी के नाम पर समझौता करके मारपीट भी की। इस मामले में पुलिस अब इस एंगल से भी जांच करेगी कि जब नाबालिग मिल गई थी तो बालिग नहीं होने के बावजूद उसकी शादी का लिखित समझौता कैसे हुआ।