लेकिन ना तो घर मे गोंद के लड्डू बने ना ही मीठी शब्दो के बोल बोलने वाला शिक्षक कभी वापस घर लौटेगा। केवल परिवार व बच्चों को उसकी यादे सताएंगी। परिजनों के अनुसार गांव बुजीवाला के रहने वाला संजय मरोडिया राजकीय प्राथमिक विद्यालय फमला वाली में शिक्षक थे।
पुराने साथी से मिलने गया था उदयपुर
वह शीतकालीन छुट्टियों में अपने साथी शिक्षक राजकुमार के साथ मंगलवार रात को ट्रेन से पुराने साथी से मिलने उदयपुर के लिए गए थे। ट्रेन में दोनों साथी सीट पर सो गए। जब बुधवार सुबह 7 बजे ट्रेन उदयपुर पहुंची तो साथी राजकुमार ने संजय कुमार को जगाने लगे तो वे नहीं उठे। ट्रेन में सवार अन्य लोगों ने साथी को बताया इसकी मौत हो गई।
शिक्षक राजकुमार संजय को उदयपुर अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉ ने संजय कुमार को मृत घोषित कर दिया। शव का पोस्टमार्टम करवाकर एम्बुलेंस से बुधवार रात 11 बजे गांव बुजीवाला लेकर आई।
घर में मच गया कोहराम
गुरुवार सुबह जैसे ही शव घर पर आया तो कोहराम मच गया। माँ बनारसी देवी अचेत हो गई, पत्नी संगीता बिलख-बिलख कर रोने लगी। मृतक के दो बेटियां प्रिया 6, तानवी 2 वर्ष की है। गुरुवार दोपहर को अंतिम संस्कार किया गया।