टंकी गिरने से गांव के तीन लोग घायल हो गए, जिनमें चौकीदार भानु प्रताप, शत्रोहनलाल और शिवांश घायल हो गए। गनीमत रही कि तीनों को मामूली चोटें आईं और प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
आठ गांवों को मिल रहा था पानी
इस टंकी का निर्माण नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा किया गया था। 18 मीटर ऊंची और 350 किलोलीटर क्षमता वाली इस पानी की टंकी का शुभारंभ जनवरी 2024 में हुआ था। यह टंकी चुनका, नवाबपुर, अमईपुर, बेहमा, नईगढ़ी, भीरपुर, दौलतपुर और चौकी समेत आठ गांवों की करीब 5,000 की आबादी को पेयजल आपूर्ति कर रही थी।
तकनीकी टीम करेगी जांच
घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे जल निगम ग्रामीण के अधिशासी अभियंता राजीव कुमार ने बताया कि ‘टंकी के भीतर लगे लाइनर (एक प्रकार का सुरक्षात्मक आवरण) के फटने से यह हादसा हुआ। विस्तृत जांच के लिए लखनऊ से तकनीकी विशेषज्ञों की टीम भेजी जा रही है।’ लखीमपुर में भी गिरी थी करोड़ों की टंकी
उल्लेखनीय है कि इससे पहले 27 अप्रैल 2025 को लखीमपुर में 3.54 करोड़ रुपये की लागत से बनी जल जीवन मिशन की पानी की टंकी भी धराशायी हो गई थी। अब सीतापुर में इससे अधिक लागत वाली टंकी गिरने की घटना सामने आई है। लगातार हो रही इस तरह की घटनाओं ने जल जीवन मिशन की गुणवत्ता और निर्माण में संभावित भ्रष्टाचार पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।