‘सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं’
जेल से निकलने के बाद सांसद ने कहा कि आप लोगों की प्रार्थनाएं काम आईं। सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं। जल्द ही सच्चाई न्यायालय के समक्ष सामने आ ही जाएगी। इसके बाद सांसद अपनी गाड़ी में बैठे और सीधे अपने घर पहुंचे। यहां परिजनों से मिले तो उनकी आंखों से आंसू छलक आए।
30 जनवरी से जिला कारागार में थे बंद
राकेश 30 जनवरी से जिला कारागार में बंद थे। हाईकोर्ट ने 11 मार्च को उनकी जमानत याचिका मंजूर की थी, लेकिन उस दिन पुलिस ने धारा 69 बढ़ा दी थी। असके बाद CJM कोर्ट में 12 मार्च को जमानत याचिका दाखिल की गई। इस याचिका पर मंगलवार को बहस हुई और जमानत मंजूर कर दी गई।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हुई थी गिरफ्तारी
17 जनवरी को सीतापुर की कोतवाली नगर में एक महिला नेता ने कांग्रेस सांसद राकेश राठौर पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। महिला ने एसपी को शिकायती पत्र दी थी। इसमें सांसद पर राजनीतिक करियर बनाने का झांसा देकर शारीरिक शोषण का आरोप लगाया था। सांसद की पत्नी ने सभी आरोप को निराधार बताया था।आरोप लगने के बाद से सांसद अंडरग्राउंड हो गए थे। 12 दिनों के बाद 29 जनवरी को पुलिस ने उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गिरफ्तार कर लिया था।