ग्रामीण बैंक भी रहे बंद
ग्रामीण बैंक के अधिकारी और कर्मचारियों की यूनियन अरेबिया के संयुक्त आह्वान पर जिले में राजस्थान ग्रामीण बैंक के सीकर जिले की सभी 77 शाखाओं में कार्य ठप रहा। राजस्थान ग्रामीण बैंक के अधिकारियों व कर्मचारियों ने क्षेत्रीय कार्यालय, सीकर के समक्ष एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने बैंकिंग क्षेत्र में व्याप्त लंबित मांगों, आईपीओ के ज़रिए ग्रामीण बैंकों के निजीकरण के ख़लिाफ़ तथा नई लागू की जा रही श्रम संहिताओं के ख़लिाफ़ नारेबाजी की। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि ग्रामीण बैंक के कर्मचारियों को राष्ट्रीयकृत बैंकों के समकक्ष अधिकार, सुविधाए व सेवा शर्तें नहीं देने तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। इसके बाद हड़ताली कार्मिकों ने सीटीयू के प्रदर्शन में भाग लिया। प्रदर्शन के दौरान भंवरलाल कड़वासरा, जितेंद्र भींचर, सुरेश माहिच, रामनिवास, रमेश चौधरी, प्रकाश जांगिड़, संदीप बुरडक, अनिल सैनी सहित अधिकारी व कर्मचारी शामिल रहे।
इधर, रोडवेजकर्मियों की नारेबाजी
केन्द्र सरकार की मजदूर, किसान , परिवहन श्रमिक विरोधी एवं जन विरोधी नीतियों के खिलाफ की जा रही देशव्यापी हड़ताल को लेकर राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन सीटू के बैनर तले प्रदेश के विभिन्न आगारों में विरोध प्रदर्शन किया गया। कर्मचारी एक दिन अनुपस्थित रहकर हड़ताल में शामिल रहे। सीकर डिपो में रोडवेज वर्कर्स यूनियन सीटू संगठन से संबंधित कर्मचारियों सेवारत एवं सेवानिवृत्त कर्मचारियों की ओर से डिपो वर्कशॉप के गेट पर धरना दिया। सीकर आगार में ड्यूटी लगाने के बावजूद कर्मचारियों ने ड्यूटी पर नहीं जा कर हडताल का समर्थन किया है। इसके बाद केन्द्रीय बस स्टैंड पर आम सभा हुई। महेश गोदारा एवं मंजू देवी पूनिया ने की अध्यक्षता में हुई सभा का संचालन सुनील कुमार बिजारणियां ने किया। सभा को शाखा अध्यक्ष अशोक मील,शाखा सचिव अशोक पूनिया, प्रदेश सचिव सांवरमल यादव,प्रदेश उपाध्यक्ष रामदेवसिंह टाकरिया, कार्यकारी अध्यक्ष शिवदाना राम शेषमा,चौथमल परसवाल, लिखमाराम बगडिय़ा आगार कार्यकारिणी नेता सविता गोरिया, बालीदेवी, रामनिवास खीचड, महेन्द्रसिंह जेरठी,शैलेन्द्र सिंह,सांवरमल शर्मा, अरविंद मील ने संबोधित किया।
श्रमिकों ने रैली निकाली।
केन्द्र सरकार के मजदूर विरोधी नीतियों के विरोध में कलेक्ट्रेट के पास स्थित किशन सिंह ढाका स्मृति भवन श्रमिकों ने रैली निकाली। रैली कल्याण सर्किल, श्रमदान मार्ग व तापड़िया बगीची से होते हुए जिला कलेक्ट्रेट पहुंची। जहां आमसभा हुई। सभा के दोरान वक्ताओं ने कहा कि केन्द्र सरकार ने देश के 44 मजदूर कानून को पूंजीपतियों के हक में चार श्रम संहिताओं में बदलकर मजदूर विरोधी काम किया है। सरकार 8 घंटे की जगह 12 घंटे का कार्य दिवस लागू करना चाह रही है। तमाम सार्वजनिक उद्योगों को निजीकरण के रास्ते पर धकेला जा रहा है, स्थाई भर्ती नहीं करके ठेका मजदूरों से काम करवाकर उनका भारी शोषण किया जा रहा है। आम सभा को एटक के प्रभु दयाल बाजिया, इंटक के महेश सेवदा, किसान नेता किशन पारीक, खेत मजदूर यूनियन के रामरतन बगड़िया, किसान सभा के सागर खाचरिया, एसएफआई के सुभाष जाखड़, बैंक कर्मचारियों के नेता बनवारी नेहरा, रोडवेज वर्कर्स यूनियन सीटू के श्योदान सिंह, रामकुमार सिंह, ऑटो रिक्शा चालक यूनियन सीटू के दिलीप मिश्रा, मेडिकल सेल्स एंड रिप्रेजेंटेटिव्स यूनियन सीटू के नेता भूप सिंह नरूका ने संबोधित किया। आमसभा में दवा प्रतिनिधी संघठन राजस्थान के प्रांतीय सचिव भूपसिंह नरुका, राज्य उपाध्यक्ष अनिल शर्मा, रामसिंह शेखावत, बहादुर सिंह गुर्जर, ललित शर्मा, गौरव शर्मा, रविन्द्र भाटी, रघुवीर सिंह, भवानीसिंह, खुशीराम लखेरा, रूपेश कुमार, पुरुषोत्तम सैन, मोहमद आरीफ, मो. अली, विरेन्द्र शर्मा, राजेश हर्षवाल , रोडवेज के झाबर जाखड़, अशोक पूनिया, रामचंद्र ओला, चौथमल , महावीर पारीक, सविता कुमारी, सुशीला, सुमित्रा, बाली देवी, विमला, मंजू पूनिया, आंगनवाड़ी वर्कर्स यूनियन सीटू से विद्या कंवर, अनीता, कमला देवी हथठेला यूनियन से रामचंद्र दुगोली, शकूर अहमद, सत्तार, कमल, राधेश्याम ठेकेदार, बकरा मंडी वाहन चालक यूनियन सीटू से अब्दुल कयूम कुरैशी, सलीम, कयामुद्दीन भाटी, बबलू शाजू, अनिल शर्मा शामिल रहे।