यह है कारण गर्मियां आते ही बाजार में नींबू की डिमांड बढ़ने लगती है। वहीं जिले में नींबू का उत्पादन कम होने होने के कारण जयपुर से नींबू मंगवाया जाता है। हालांकि कई किसान नींबू के पौधे लगाते हैं लेकिन इस खेती को फिलहाल व्यवसायिक रूप नहीं मिल पाया है। इससे इसकी आवक नाम मात्र की रहती है। यही कारण है कि गर्मियों में डिमांड के हिसाब से सप्लाई नहीं हो पाती है। इसके कारण सीकर में भावों में तेजी आती है।
पूर्ति नहीं हो रही है… सीकर में नींबू की खेती का क्षेत्र कम होने से कारण मांग के अनुसार पूर्ति नहीं हो पाती है। यही कारण है कि नींबू की आवक कम है और भावों में लगातार तेजी आ रही है। सीकर मंडी में इस समय नींबू खुदरा में दो सौ रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है। इसके भाव और बढ़ने के आसार हैं।
रज्जाक अली निर्वाण, खुदरा विक्रेता सीकर मंडी