नहीं चलने देंगे डीएपी कंपनियों की मनमानी
पत्रकारों से बातचीत में कृषि मंत्री डॉ. मीणा ने बताया कि डीएपी खाद कंपनियां किसानों को केवल डीएपी खाद ही नहीं, बल्कि अन्य उर्वरक भी लेने के लिए मजबूर कर रही हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसी मनमानी को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।मंत्री ने कहा, सूरतगढ़ के गोदामों में डीएपी खाद और अन्य उर्वरक मिले हैं। उन्होंने कृषि अधिकारियों को इन गोदामों का रिकॉर्ड चेक करने और खाद के सैंपल लेकर उनकी जांच कराने के निर्देश दिए हैं। नकली खाद मिलने पर संबंधित फर्म संचालकों के लाइसेंस को रद्द कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कृषि मंत्री मीणा का कहना था कि एक गोदाम में 30 हजार कट्टे डीएपी खाद के पाए गए, लेकिन यह खाद किसानों को वितरित की जानी चाहिए थी। नकली खाद और बीज से किसानों की आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है, और उनके खेत बंजर हो रहे हैं। राज्य सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।