मेडिकेटेड नशे के आंकड़े चौंकाने वाले
पुलिस रेकॉर्ड के अनुसार, जनवरी 2020 से मई 2025 तक नशे की दवाइयों की तस्करी के 316 मामले दर्ज किए। इसमें 17 लाख 67 हजार 655 गोलियां व कैप्सूल बरामद कर 730 आरोपियों को काबू किया गया।
ड्रोन से इतनी हेराइन आई
वर्ष – मात्रा – कीमत करोड़ रुपए मेंवर्ष 2017 – 02.00 – 10 करोड़
वर्ष 2020 – 09.00 – 45 करोड़
वर्ष 2021 – 01.40 – 15.20 करोड़
वर्ष 2022 – 11.40 – 55.20 करोड़
वर्ष 2023 – 19.16 – 95.80 करोड़
वर्ष 2024 – 23.47 – 117.38 करोड़
वर्ष 2025 मई तक – 05.10 – 25.50 करोड़
कुल मात्रा – 70.679 किलोग्राम, 353.39 करोड़ रुपए।

डेढ़ साल में 389 करोड़ का नशा पकड़ा
जनवरी 2024 से लेकर मई 2025 तक 389 करोड़ के अंतरराष्ट्रीय मूल्य के मादक पदार्थ और नशीली दवाएं पकड़ी गई हैं। इसमें 902 प्रकरण दर्ज कर 1337 लोगों को गिरफ्तार किया गया।बॉर्डर पार से आ रहा नशा…
पुलिस ने आठ साल में पाकिस्तानी ड्रोन से आई 70 किलो 769 ग्राम हेरोइन बरामद की। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 353 करोड़ 39 लाख 50 हजार रुपए है। हेरोइन की डिलीवरी लेने के लिए 58 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।लोकल स्लीपरों की धरपकड़ जारी…
सीमा पार ड्रोन से हेरोइन की खेप लेने के लिए पंजाब ड्रग्स माफिया ने जाल बिछाया था, लेकिन लोकल स्लीपरों की धरपकड़ कर इस नेटवर्क को तोड़ रहे हैं। पुलिस ने सीमा संकल्प अभियान से नशा मुक्त जिला बनाने की मुहिम शुरू की है।गौरव यादव, पुलिस अधीक्षक श्रीगंगानगर
किशोरों से लेकर 30 साल के युवा गिरफ्त में
किशोरों से लेकर तीस साल की आयु वर्ग के युवाओं के हाथ में इंजेक्शन लगाने के मामले सामने आए हैं। परिजनों के दबाव में नशा छुड़वाने के लिए युवाओं को लाया जाता है, लेकिन निगरानी के अभाव में वे फिर से नशे की गिरफ्त में आ जाते हैं।डॉ. अशोक अरोड़ा, मनोरोग विशेषज्ञ, जिला चिकित्सालय, श्रीगंगानगर