एक माह का पानी का रहता है स्टॉक
सूरतगढ़ थर्मल परियोजना में बनी रिजर्व वॉटर डिग्गियों सहित इन्दिरा गांधी नहर के पास पानी रिजर्व वॉटर डिग्गियों में पचास लाख किलो लीटर व सुपर क्रिटिकल थर्मल में पैन्तीस लाख किलो लीटर करीब एक माह का पानी स्टॉक उपलब्ध रहता है। पानी की आपूर्ति कम होने की स्थिति में पानी घटता भी है। वही, जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की माने तो सूरतगढ़ थर्मल प्रशासन को समय समय पर बकाया बिलों के भुगतान की राशि जमा करने के लिए नोटिस जारी किया जाता है। इसके बावजूद थर्मल प्रशासन कभी भी पूरी राशि जमा नहीं करवाई जा रही है।किसानों से वसूली का डंडा, यहां थर्मल से नरमी
सूरतगढ़ जल संसाधन विभाग की ओर से किसानों से बकाया आबियाना वसूली के लिए डंडा चलता है। आबियाना वसूली समय पर जमा नहीं होने की स्थिति पर किसानों को नोटिस तक जारी होते हैं। समय पर राशि जमा नहीं होने की सूरत में पानी की बारी तक काटी जाती है। वही थर्मल प्रशासन की ओर से पानी के बदले बिल जमा करवाने में आनाकानी की जा रही है। किसानों का कहना है कि थर्मल प्रशासन की ओर से बकाया राशि जमा नहीं करवाई जा रही है, तो जल संसाधन विभाग को सख्त कदम उठाना चाहिए।बकाया बिलों की स्थिति
2021: 14.81 करोड़ रुपए2022: 32.30 करोड़ रुपए
2023: 37.72 करोड़ रुपए
2024: 98.66 करोड़ रुपए
2025: 136.53 करोड़ रुपए
बकाया भुगतान का कर रहे प्रयास
थर्मल प्रशासन की तरफ फिलहाल 136.53 करोड़ रुपए बकाया है। बकाया राशि के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।--दिनेश खत्री, सहायक अभियंताए जल संसाधन विभाग, सूरतगढ़