CG News: नई सड़क बनाने की आवश्यकता
लाल मिट्टी परिवहन कर रहे ठेकेदार की मनमानी के चलते सड़के गड्ढे में तब्दील हो चुकी है, सड़क की मरम्मत नहीं किया जाएगा तो बारिश के दिनों में इस सड़क से चलना भी मुश्किल हो जाएगा। उक्त बाईपास सड़क 4.50 करोड़ की लागत से निर्माण किया गया था। जबकि उक्त सड़क के मरमत करने में अब करीब 2 करोड रुपए लगने का दावा
पीडब्ल्यूडी विभाग कर रहा है। सड़क की स्थिति देखी जाए तो सड़क कई जगह पर एक एक़ फिट गहरे गड्ढे हो चुके हैं ऐसी स्थिति में सड़क को अब पूरी तरह से नई सड़क बनाने की आवश्यकता है।
सुकमा नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत वार्ड क्रमांक 14 में लाल मिट्टी डंप किया जा रहा है। लाल मिट्टी परिवहन के लिए सुकमा जिला मुख्यालय स्थित मदर टेरेसा स्कूल से कुहाररास रास्ते का उपयोग किया जा रहा है, जो महज कुछ दिन में ही गड्ढे में तब्दील हो चुका है।
जबकि उक्त स्थल के आसपास कृषि भूमि एवं शबरी नदी का क्षेत्र पड़ता है, ऐसी स्थिति में जल स्रोतों के आसपास लाल मिट्टी का डंप करना प्रतिबंध होता है, लाल मिट्टी का दुष्प्रभाव असर कुछ सालों में देखने को मिलता है, क्योंकि लाल मिट्टी जिस इलाके में डम होती है, आयरन युक्त पानी आने लगता है।
कलेक्टर कार्यालय से लगे क्षेत्र में कर दिया लाल मिट्टी डप
दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल से लाल मिट्टी सुकमा में लाकर डंप किया जा रहा है जबकि दंतेवाड़ा जिले में अगर किसी गांव में लाल मिट्टी डंप किया जाता है तो ग्रामीण वहां विरोध पर उतर आते हैं और लाल मिट्टी दम करने नहीं दिया जाता है। इधर जिसकी वजह से सुकमा जिले में लाकर
लाल मिट्टी को डंप किया जा रहा है, हालत यह है कि प्रतिबंधित लाल डस्ट मिट्टी सुकमा जिला मुख्यालय के कलेक्टर कार्यालय से लगे क्षेत्र में ही डंप कर दिया गया उसके बाद भी जिम्मेदार विभाग इस पर कोई कार्रवाई नहीं किया जिसकी वजह से अब सुकमा में इस पूरे मामले को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
बीके शर्मा, एसडीओ, पीडब्ल्यूडी: 4.50 किमी की सड़क पूरी तरह से खराब हो चुकी है। संबंधित कंपनी के द्वारा सड़क मरमत का बात कही थी सड़क मरमत में करीब 2 करोड़ की राशि की खर्च आएगी एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है।
ठेकेदार को भी नोटिस भी जारी
CG News: गादीरास क्षेत्र के डोडपाल सड़क में लाल मिट्टी परिवहन करने की वजह से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क पूरी तरह से उखड़ चुकी है, ग्रामीणों ने सड़क के जर्जर होने पर ठेकेदार के खिलाफ मोर्चा खोला था। जिस पर लाल मिट्टी परिवहन कर रहे ठेकेदार ने सड़क बनाने का वादा ग्रामीणों से किया था साथ ही पीएमजीएसवाय विभाग के द्वारा ठेकेदार को भी नोटिस भी जारी किया गया था। लेकिन उसके बाद भी सड़क लाल मिट्टी के ठेकेदार के द्वारा अब तक सड़क का मरमत नहीं किया गया है। ठेकेदार शासन प्रशासन के नियमों को धज्जियां उड़ाकर अपने ही नियम कानून चल रहे हैं, इधर जिला प्रशासन भी बेबस नजर आ रहा है, बल्कि कार्रवाई करने की जगह उल्टे संरक्षण देने की काम चल रहा है।