CG News: अब मिलेगी बराबरी की शिक्षा
कलेक्टर ध्रुव ने कहा कि यह प्रक्रिया राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत की गई है। जिले के ऐसे सभी विद्यालय जहां शिक्षक नहीं थे या केवल एक शिक्षक कार्यरत था- चाहे वह प्राथमिक हो, पूर्व माध्यमिक, हाई स्कूल या हायर सेकेंडरी- अब वहां काउंसलिंग के माध्यम से शिक्षकों की पदस्थापना कर दी गई है। कलेक्टर ने कहा कि युक्तियुक्तकरण से विद्यालयों में शिक्षकों की नियमित उपस्थिति होगी। इससे पढ़ाई में निरंतरता आएगी, बच्चों को मार्गदर्शन मिलेगा और शिक्षा का स्तर सुधरेगा। सीमित संसाधनों का अधिकतम उपयोग हो सकेगा और शिक्षकों की दक्षता व अनुभव का पूरा लाभ छात्रों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि कमजोर तबके के बच्चों को भी अब बराबरी की शिक्षा मिलेगी।
इस मौके पर एपीसी आशीष राम सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारी मानते हैं कि इस पहल से सुकमा की शैक्षणिक व्यवस्था में ठोस सुधार होगा और भविष्य में यह मॉडल अन्य जिलों के लिए भी मिसाल बन सकता है।
35 स्कूलों में नहीं था एक भी शिक्षक
जिला शिक्षा कार्यालय के एपीसी नारायण वर्मा ने बताया कि जिले में 29 प्राथमिक और 2 पूर्व माध्यमिक शालाएं पूरी तरह शिक्षक विहीन थीं, जबकि 236 स्कूलों में सिर्फ एक शिक्षक कार्यरत था। जिले में प्राथमिक स्तर पर 303 और पूर्व माध्यमिक स्तर पर 135 शिक्षकों की जरूरत है। उन्होंने बताया कि
युक्तियुक्तकरण के तहत 127 स्कूल एक ही कैंपस में संचालित होंगे और 6 स्कूलों का विलय कर दिया गया है। 12 स्कूलों का समयोजन किया गया है। जिले के कुल 1030 स्कूलों में से अब 1024 स्कूल यथावत संचालित रहेंगे।
CG News: अतिशेष शिक्षक ऐसे हैं विभाजित
सुकमा: प्रधान पाठक 3, सहायक शिक्षक 35, व्यायाता 3 कोंटा: प्रधान पाठक 2, सहायक शिक्षक 14, व्यायाता 1 छिन्दगढ़: प्रधान पाठक 4, सहायक शिक्षक 27, व्यायाता 1 पूर्व माध्यमिक स्तर: कुल 37 शिक्षक हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्तर: कुल 5 व्यायाता