दरअसल, 9 फरवरी को सूचना पर प्रशासन ने मोहनगढ़ में छापामारी कर एक अवैध तरीके से संचालित हो रही टॉयलेट क्लीनर निर्माण की फैक्ट्री को पकड़ा था। सुबह से होने वाली इस कार्रवाई को लेकर मोहनगढ़ तहसीलदार गोविंद सिंह ठाकुर को तलाश किया गया तो जानकारी हुई कि वह मुख्यालय पर नहीं है।
ऐसे में स्थिति पर नियंत्रण रखने एवं पूरी कार्रवाई कराने के लिए जतारा एसडीएम को मौके पर भेजा गया। तहसीलदार की इस लापरवाही को कलेक्टर श्रोत्रिय ने गंभीरता से लिया है। इस पर कलेक्टर ने तहसीलदार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। साथ ही इसे शासकीय कार्य में लापरवाही मानते हुए एक दिन के वेतन काटे जाने की बात कही है। कलेक्टर ने अपने नोटिस में स्पष्ट किया है कि बगैर समक्ष अधिकारी को सूचना दिए बगैर मुख्यालय छोड़कर जाना गलत है।
वहीं कलेक्टर ने कलेक्ट्रेट में विभागों का निरीक्षण कर समय से ऑफिस न आने वाले विभिन्न विभागों के 16 कर्मचारियों को भी कारण बताओ नोटिस जारी किए है। इसके साथ ही सभी विभाग प्रमुखों को भी निर्देश दिए है कि सभी समय से ऑफिस आए और कर्मचारी भी समय से आकर काम करें।