पुलिस ने की समझाइश
आक्रोशित ग्रामीणों से मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने समझाइश कर मामले को शांत कराया और दोषियों पर उचित कार्रवाई करने की बात की। इस दौरान एडिशनल एसपी अंजना सुखवाल, भींडर तहसीलदार दिनेश पाटीदार, वल्लभनगर डिप्टी राजेंद्र सिंह जैन, खेरोदा थानाधिकारी सुरेश बिश्नोई, भींडर थाना पूनाराम गुर्जर, कानोड़ थानाधिकारी मुकेश, वल्लभनगर थानाधिकारी दिनेश पाटीदार सहित थानों का अतिरिक्त जाप्ता भी तैनात रहा।
यह था पूरा मामला
रूण्डेड़ा निवासी मीना कुमारी (53) पत्नी हुक्मीचंद हरजोत की आरोपी ने हत्या कर शव को भदेसर थाना क्षेत्र में हाज्याखेड़ी नेशनल हाइवे 48 पर रोड किनारे फेंक कर भाग गए। थाना अधिकारी भदेसर धर्मराज मीणा ने बताया कि रात मृतका गांव से करीब 5.15 बजे यह कहकर निकली कि किसी का फोन आया है, वह वापस आ रही है। शाम 7.30 बजे तक वापस मीना घर नहीं आई तो मीना की पुत्रवधू ने फोन किया। इस पर मीना ने कहा कि वह लेट हो जाएगी और घर आ जाएगी। इसके बाद रात 8 बजे मृतका का पुत्र विनोद घर आया और उसने अपनी मां को कई बार फोन किया। लेकिन किसी ने फोन रिसीव नहीं किया। साढे़ 9 बजे फोन स्विच ऑफ हो गया। गांव में तलाश की, लेकिन नहीं मिली। इसकी सूचना थाना वल्लभनगर पर रात करीब 10 बजे बजे दी गई। वल्लभनगर थाना अधिकारी दिनेश पाटीदार ने पुलिस जाप्ता लेकर गांव में तलाश की, लेकिन पता नहीं चला। इधर, वल्लभनगर थाने में पूर्व में कार्यरत एक कांस्टेबल विजय जो अभी भदेसर थाने में है, उसने सोशल मीडिया ग्रुप पर पोस्ट देखी तो भगवतीलाल को कॉल किया। जिस पर पता चला कि मीना घर से लापता है। सूचना पर सभी भदेसर पहुंचे और पहचान की, शव मीना का ही निकला। मौके पर मृतका मीना के सिर में गहरी चोट का निशान था। शरीर पर गहरे घाव, गले में नाखून के निशान थे। वहीं, हाथ-पैरों पर चोट के निशान थे।