राजस्थान में उदयपुर-अहमदाबाद ट्रैक तैयार, बस लम्बी दूरी की ट्रेन चलना है बाकी, जानिए क्या होंगे फायदे
Udaipur News : राजस्थान में उदयपुर-अहमदाबाद ट्रैक तैयार हो गया है। अब बस लम्बी दूरी की ट्रेन चलना है बाकी। एक सीधी ट्रेन चलने से जुड़ेगा महाराष्ट्र-दक्षिण भारत का कनेक्शन। जानिए क्या होंगे फायदे
Udaipur News : मेवाड़ और आसपास के लोगों की लंबी प्रतीक्षा के बाद उदयपुर-अहमदाबाद ब्रॉडगेज लाइन शुरू हुई। लेकिन करीब ढाई साल होने के बाद भी इस ट्रैक पर उम्मीद के अनुरूप लंबी दूरी की गाड़ियों का संचालन नहीं होने से अब तक निराशा ही हाथ लगी है। उदयपुर से अहमदाबाद तक का 299 किलोमीटर का ट्रैक बनने के बाद इसके इलेक्ट्रिफिकेशन का काम भी पूरा हो चुका है। इसके बावजूद इस ट्रैक पर गिनती की ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। इस ट्रैक पर असारवा तक ही ट्रेनों का आवागमन हो रहा है। ऐसे में ट्रैक से उम्मीद लगाए बैठे मेवाड़ और आसपास के लोगों में निराशा है।
उदयपुर और आसपास के क्षेत्रों के उद्योगों का कच्चा माल अहमदाबाद और अन्य जगहों पर जाने लगा है। आने वाले समय में राजसमंद, भीम, भीलवाड़ा आदि क्षेत्रों के उद्योगों का माल भी उदयपुर होते हुए गुजरात के बंदरगाहों पर ले जाने में इस ट्रैक से काफी सहुलियत रहेगी।
बढ़ेगा पर्यटन, लोगों को मिलेगी सुविधा
अहमदाबाद रूट से दक्षिण भारत तक ट्रेनों का संचालन होता है तो विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी उदयपुर से कई अन्य पर्यटन क्षेत्र भी जुड़ेंगे। इससे दक्षिण भारत के पर्यटक उदयपुर और मेवाड़ के पर्यटक दक्षिण भारत तक यात्रा कर सकेंगे। महाराष्ट्र, बेंगलुरू, सूरत सहित देश के अन्य स्थानों पर मेवाड़ के छात्र जहां पढ़ने जाते हैँ, वहीं कई लोग आजीविका भी कमा रहे हैं। ऐसे में इन लोगों को भी काफी सहूलियत होगी।
अहमदाबाद ब्रॉडगेज लाइन पर अब तक केवल असारवा तक ही ट्रेन चल रही है। यह ट्रेन भी पूरा यात्री भार दे रही है। ट्रैक बनने के साथ ही मेवाड़ के लोग बांद्रा ट्रेन जो वर्तमान में चित्तौड़, रतलाम होकर चल रही है, को वाया उदयपुर अहमदाबाद होकर चलाने की मांग कर रहे हैं। इससे सफर के किलोमीटर घटने के साथ ही यात्रियों के समय और धन की भी बचत होगी।
यहां के लिए चलाई जाए ट्रेनें
ब्रॉडगेज लाइन से सूरत, वलसाड़, अहमदाबाद, बेंगलूरू, मुंबई, पुना, चैन्नई, हैदराबाद, त्रिवेंद्रपुरम, कन्या कुमारी, रामेश्वरम, सोमनाथ, सिकंदराबाद, कच्छ-भुज, वेरावल आदि जगहों के लिए ट्रेन चलाई जा सकती है। नाथद्वारा से गुजरात जाने वाली ट्रेन को वाया उदयपुर सोमनाथ तक बढ़ाने से दो धार्मिक स्थलों के बीच सीधे कनेक्शन होगा।