सांस और भोजन नली के बीच अटका सिक्का
उर्वशी खेलते-खेलते एक रुपए का सिक्का मुंह में रख बैठी और अचानक उसने सिक्का निगल लिया। सिक्का उसके गले में फंस गया जिससे सांस लेने में परेशानी होने लगी। परिजन तत्काल उसे नागदा के जनसेवा अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. मयूर कदबे और उनकी आपातकालीन टीम ने प्राथमिक जांच के बाद एक्स-रे कराया। सिक्का बच्ची की सांस और भोजन नली के बीच अटका था। इसके बाद डॉक्टर कदबे ने एंडोस्कोपिक प्रक्रिया अपनाते हुए उन्नत उपकरणों की मदद से सिक्के को सुरक्षित रूप से बाहर निकाला। पूरे इलाज में रिस्पांस टाइम महत्वपूर्ण रहा और डॉक्टरों की तत्परता से बच्ची की जान बच गई। थोड़ी देर होती तो हो सकती थी बड़ी दिक्कत..
डॉ. कदबे ने बताया कि यदि थोड़ी भी देर होती, तो यह मामला जटिल हो सकता था। बच्ची अब खतरे से बाहर है और स्वास्थ्य लाभ ले रही है। गौरतलब है कि जनसेवा अस्पताल, इंदुभाई पारेख मेमोरियल ट्रस्ट (ग्रेसिम उद्योग) द्वारा संचालित है। अस्पताल के पीआरओ कमल सेठी ने बताया कि परिजनों ने डॉक्टरों और पूरी मेडिकल टीम का आभार जताया है।