महज 12 एमएम का है आकार, इसकी खासियत कर देगी हैरान
यह एंटीना महज 12 मिमी बाय 10 मिमी आकार का है और 9 से 100 गीगा हर्ट्ज तक की फ्रीक्वेंसी पर कार्य करता है। इसे बनाने में लगभग 6 महीने का समय लगा और 120 से अधिक प्रोटोटाइप फेल होने के बाद अंतत: सफलता प्राप्त हुई। यह डिज़ाइन अब भारतीय पेटेंट कार्यालय में दर्ज हो चुका है और उसकी पेटेंट स्वीकृति प्रक्रिया चल रही है। डॉ. मनीष यादव ने अपनी शिक्षा उज्जैन से प्रारंभ की।
कौन हैं ये दंपति
उन्होंने डिप्लोमा उज्जैन पॉलिटेक्निक से और बीई शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज से किया। इसके बाद उन्होंने एवं पत्नी स्वाति ने बिट्स पिलानी, गोवा परिसर से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। वर्तमान में दोनों मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, उडुपी में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं।
अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की वैज्ञानिक शक्ति का प्रदर्शन
इस वैज्ञानिक दंपती ने अब तक 32 अंतरराष्ट्रीय शोध पत्र प्रकाशित किए हैं और 25 से अधिक शोध प्रस्तुतियां विश्वविख्यात आईईईई सम्मेलनों में दी हैं। उनके नाम 20 से अधिक पेटेंट दर्ज हैं।
हाल ही में यूरोप में मिला बेस्ट पेपर अवॉर्ड
हाल ही में उन्हें यूरोप में ’बेस्ट पेपर अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया है। डॉ. मनीष एवं डॉ. स्वाति ने मलेशिया, दुबई, इंडोनेशिया जैसे देशों में भारत की ओर से अपने नवाचार प्रस्तुत किए। उन्हें यूनिवर्सिटी ऑफ वूलोंगोंग, दुबई में मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया, जहां उन्होंने भारतीय तकनीकी प्रतिभा का वैश्विक स्तर पर प्रभावशाली प्रदर्शन किया।