इस आशय के विचार विधायक शिवनारायण सिंह ने सामुदायिक भवन उमरिया में आयोजित आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर संविधान हत्या दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भारत में 25 जून 1975 को लागू आपातकाल लोकतंत्र के इतिहास का सबसे काला अध्याय माना गया है। इस दौरान केन्द्रीय सत्ता द्वारा नागरिक स्वतंत्रता का निलंबन, मौलिक अधिकारों का हनन, संवैधानिक प्रावधानों की उपेक्षा और दमनकारी कार्रवाइयां चरम पर थीं। भाजपा जिला अध्यक्ष आशुतोष अग्रवाल ने कहा कि आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर संविधान हत्या दिवस पर युवाओं, विद्यार्थियों, प्रबुद्धजनों और जनप्रतिनिधियों की भागीदारी से संगोष्ठियां, संवाद, निबंध प्रतियोगिता, रैलियां और अन्य गतिविधियाँ संचालित की जाएंगी।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष अनुजा पटेल, कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन, सीईओ जिला पंचायत अभय सिंह, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. केके पांडे, सहायक आयुक्त जन जातीय कार्य विभाग डा पूजा द्विवेदी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी किशन सिंह, कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग, जिला समन्वयक मप्र ग्रामीण आजीविका मिशन चंद्रभान सिंह, पार्षद सविता सोधियां, शिवमंगल सिंह, जिला आबकारी अधिकारी, जिला समन्वयक मप्र जन अभियान परिषद रविन्द्र शुक्ला, सहित अन्य जिला प्रमुख अधिकारी, गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम में उपस्थित जनों का स्वास्थ्य परीक्षण भी स्वास्थ्य विभाग की टीम व्दारा किया गया तथा दवाइयों का वितरण भी किया गया।