आतंकवादियों की भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने में मदद करता था
जानकारी के अनुसार, मीर कट्टरपंथी पार्टी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (JUI) का सदस्य था, जो एक विद्वान होने की आड़ में हथियार और मानव तस्करी करता था। वह ISI के भी नज़दीक था। रिपोर्ट्स बताती हैं कि वह अक्सर पाकिस्तान में आतंकी शिविरों में जाता था और आतंकवादियों की भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने में मदद करता था।झड़पों के दौरान 18 सुरक्षाकर्मी और 23 आतंकवादी मारे गए थे
उल्लेखनीय है कि मीर की पार्टी के दो अन्य सदस्यों की पिछले हफ़्ते बलूचिस्तान के तीसरे सबसे बड़े शहर खुज़दार में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इधर प्रांत में घातक झड़पें हो रही हैं और कथित तौर पर राज्य बलों की ओर से कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और राजनेताओं सहित नागरिकों को जबरन गायब किया जा रहा है। इस साल के शुरू में इस क्षेत्र में झड़पों के दौरान कम से कम 18 सुरक्षाकर्मी और 23 आतंकवादी मारे गए थे।क्या है कुलभूषण जाधव मामला ?
नौसेना से समय से पहले सेवानिवृत्ति लेने के बाद ईरान के चाबहार में व्यवसाय चलाने वाले जाधव को 2017 में एक सैन्य अदालत ने जासूसी का दोषी ठहराया था और इसके बाद पाकिस्तान में मौत की सज़ा सुनाई गई । भारत ने इस फ़ैसले की निंदा की और इस्लामाबाद पर निष्पक्ष सुनवाई न करने का आरोप लगाया।उसके बाद सन 2019 में उनकी फांसी की सज़ा तब रोक दी गई थी, जब अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने पाकिस्तान से उनकी सज़ा की समीक्षा करने और उन्हें कांसुलर एक्सेस देने के लिए कहा गया था।