कैसे किया जाएगा कंट्रोल?
परीक्षण के दौरान उड़ान को इलेक्ट्रोनिक संकेतों से कंट्रोल किया गया। इसमें मधुमक्खियों ने 90% सही उड़ान भरी। इस डिवाइस के साथ मधुमक्खी बिना रुके 5 किलोमीटर तक उड़ान भर सकती है। यह साइबॉर्ग युद्ध, जासूसी, आतंकरोधी मिशन और आपदा राहत के कार्यों में बड़ी भूमिका निभा सकती है।डिवाइस की खासियत
मधुमक्खी को जासूस में बदलने वाला यह डिवाइस बेहद पतला और हल्का है। यह कीट के पंखों जैसा दिखता है। इसमें इन्फ्रारेड रिमोर्ट और माइक्रोचिप लगे हैं।कैसे काम करता है यह डिवाइस?
इस छोटे से डिवाइस में तीन सुईयाँ होती हैं, जो मधुमक्खी के मस्तिष्क में प्रवेश कर उसमें भ्रम पैदा करती हैं। इलेक्ट्रॉनिक वाइब्रेशन से उसे दाएं-बाएं मुडऩे या आगे-पीछे उडऩे का आदेश दिया जाता है।