क्या है हमलों की वजह
दक्षिणी सीरिया में मौजूद स्वेदा प्रांत में शिया ड्रूज मिलिशिया और सुन्नी बेदोइन जनजातियों के बीच हिंसक झड़प छिड़ी हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक 2 दिनों में इस लड़ाई में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चूकी है। मंगलवार को भी सुरक्षाबल इस लड़ाई को रोकने पहुंचे थे, तभी इजराइल ने उन पर हमला कर दिया था।
इजराइल ने क्यों किया हमला
ऐसा कहा जा रहा है कि, दोनों समुदायों की इस लड़ाई में सीरियाई सैनिक सुन्नी बेदोइन समुदाय का पक्ष ले रहे है। इसी बात से नाराज होकर इजराइल ने इजराइल ने सीरिया पर हमला किया है। इजराइल का आरोप है कि सीरियाई सरकार अपने सैनिकों और हथियारों का इस्तेमाल कर के शिया ड्रूज समुदाय पर हमला कर रही है। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि, इन हमलों का मकसद ड्रूज समुदाय की रक्षा करना है।
सीरिया सरकार ने कही यह बात
इजराइल के आरोप पर पलटवार करते हुए सीरिया के गृह मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा है कि यह लड़ाई कोई सांप्रदायिक लड़ाई नहीं है। उन्होंने कहा है कि यग सरकार और अपराधियों के बीच की लड़ाई है, न कि सरकार और किसी खास समुदाय के बीच।
सीरिया के सैन्य मुख्यालय पर किया हमला
ड्रूज समुदाय की रक्षा को लेकर हमले करने का दावा कर रहे इजराइल ने इस बात की पुष्टि की है उसने सीरिया के सैन्य मुख्यालय पर हमला किया है। आईडीएफ ने कहा, हमने दमिश्क में सीरियाई शासन के सैन्य मुख्यालय परिसर के प्रवेश द्वार को निशाना बनाया। हम दक्षिणी सीरिया में ड्रूज नागरिकों के खिलाफ हो रही कार्रवाईयों पर करीबी नजर रखे हुए है।
लगातार तीसरे दिन इजराइल का हमला
यह लगातार तीसरा दिन है जब इजराइल ने सीरियाई इलाकों पर हमला किया है। इससे पहले कल और रविवार को भी इजराइल स्वैदा और उसके आस पास के इलाकों में कई हवाई हमले कर चूका है। आज भी स्वैदा और उसके आसपास के गांवों में काफी हमले किए गए। स्थानीय समाचार के अनुसार, सुबह से ही इन इलाकों में गोलीबारी और बम विस्फोट सुनाई दे रहे है।