क्रू-10 में शामिल हैं चार अंतरिक्ष यात्री
नासा की ऐनी मैकक्लेन और निकोल आयर्स, जापान के जाक्सा से ताकुया ओनिशी, और रूस के रोस्कोस्मोस से किरिल पेस्कोव। यह स्पेसएक्स के मानव अंतरिक्ष परिवहन कार्यक्रम के तहत दसवां क्रू रोटेशन मिशन और नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के तहत आईएसएस तक की ग्यारहवीं मानव उड़ान है, जिसमें डेमो-2 टेस्ट उड़ान भी शामिल है। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर, दोनों नासा के अनुभवी अंतरिक्ष यात्री, जून 2024 में बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान से आईएसएस पर पहुंचे थे। यह आठ दिनों का मिशन था, लेकिन स्टारलाइनर में तकनीकी खराबी के कारण वे वहां फंस गए। उनकी वापसी मूल रूप से फरवरी 2025 के लिए निर्धारित थी, लेकिन अब क्रू-10 के आने के कुछ दिनों बाद उनकी वापसी तय की गई है। यह व्यवस्था सितंबर में आए क्रू-9 मिशन के जरिए की गई थी, जिसमें सामान्य चार के बजाय दो अंतरिक्ष यात्रियों को भेजा गया था ताकि विलियम्स और विल्मोर के लिए जगह बनाई जा सके।
ट्रंप ने दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को जानबूझकर छोड़ने का लगाया आरोप
इस बीच, यह मामला राजनीतिक विवाद का कारण भी बना। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन पर आरोप लगाया कि उन्होंने दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को जानबूझकर छोड़ दिया और उनकी जल्द वापसी की योजना को खारिज कर दिया। मस्क ने इस दावे का कोई ठोस सबूत नहीं दिया। जब डेनमार्क के अंतरिक्ष यात्री एंड्रियास मोगेनसेन ने एक्स पर क्रू-9 के जरिए वापसी की योजना को स्पष्ट किया, तो मस्क ने उनकी आलोचना की। कुछ सेवानिवृत्त अंतरिक्ष यात्रियों ने मोगेनसेन का समर्थन किया, जबकि विल्मोर ने मस्क के बयान को “तथ्यात्मक” बताया, हालांकि उन्होंने विवरण से अनजान होने की बात कही। ट्रंप ने भी इस मामले पर अजीब टिप्पणियां कीं, जिसमें उन्होंने विलियम्स को “जंगली बालों वाली महिला” कहा और दोनों अंतरिक्ष यात्रियों के बीच व्यक्तिगत संबंधों पर अटकलें लगाईं। क्रू-10 का सफल प्रक्षेपण न केवल तकनीकी उपलब्धि है, बल्कि विलियम्स और विल्मोर की लंबी अंतरिक्ष यात्रा के अंत का संकेत भी है। उनकी वापसी अब कुछ दिनों की दूरी पर है।