◙ रेमिटेंस टैक्स में कटौती
ट्रंप के इस कानून से अमेरिका में रेमिटेंस टैक्स में कटौती कर दी गई ही। इसे 3.5% से घटकर 1% कर दिया गया है। अमेरिका में रह रहे एनआरआई लोग, यानी कि नॉन-रेसिडेंट इंडियंस लोगों को इससे काफी फायदा होगा। इससे अमेरिका में रह रहे भारतीयों के लिए भारत में पैसे ट्रांसफर करना अब और आसान हो जाएगा, क्योंकि इस पर टैक्स अब काफी कम हो गया है। ◙ पैसे भेजने या घर से मिलने वाले पैसे पर देना होगा कम टैक्स
नए कानून के तहत अब अमेरिका में रह रहे भारतीयों को भारत में अपने घर पर पैसे भेजने या घर से मिलने वाले पैसे पर कम टैक्स देना होगा। इसके लिए कैश, मनी ऑर्डर, कैशियर चेक या अन्य भौतिक साधनों के ज़रिए पैसे भेजते हैं तो आपको इसके लिए 1% रेमिटेंस टैक्स चुकाना पड़ेगा। अगर आप इससे भी बचना चाहते हैं तो आपको अमेरिका में जारी डेबिट या क्रेडिट कार्ड या किसी वित्तीय संस्थान के खाते के माध्यम से पैसे भेजने होंगे। नए बदलाव के तहत बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों में रखे गए अकाउंट से किए गए ट्रांसफर को शामिल नहीं किया गया है। वहीं अमेरिका में जारी किए गए डेबिट और क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किए गए ट्रांसफर को भी इस प्रावधान में शामिल नहीं किया गया है।
◙ डॉलर पर दबाव बढ़ने से रूपए में गिरावट की संभावना
ट्रंप के इस नए कानून से अमेरिकी डॉलर पर दबाव बनना तय है। इससे भारतीय रूपए में गिरावट की भी संभावना है। ◙ भारत के सोलर विंड प्रोजेक्ट्स पर पड़ सकता है असर
ट्रंप के इस कानून से भारत के सोलर विंड प्रोजेक्ट्स पर असर पड़ सकता है। इसकी वजह है क्लीन एनर्जी में अमेरिका के निवेश का कम होना।
◙ अमेरिका में नौकरी ढूंढना होगा मुश्किल
ट्रंप के इस कानून की वजह से भारतीयों और अन्य देशों के नागरिकों के लिए अब अमेरिका में नौकरी ढूंढना मुश्किल हो जाएगा। इस कानून के बाद अमेरिका में वर्क परमिट, टीपीएस से लेकर शरणार्थी तक के तौर पर एंट्री सख्त हो जाएगी।