पाकिस्तान के खिलाफ भारत की ‘वॉटरस्ट्राइक’, एक और झटका देने की प्लानिंग
India-Pakistan Conflict: पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सिर्फ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को ही अंजाम नहीं दिया था, बल्कि सिंधु जल समझौते को रद्द करते हुए ‘वॉटरस्ट्राइक’ की भी शुरुआत कर दी थी। इसके तहत पाकिस्तान को एक और झटका देने के लिए भारत की बड़ी प्लानिंग है।
Indian ‘water-strike’ to continue against Pakistan (Photo – Patrika Network)
पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terrorist Attack) में 26 लोगों की मौत हो गई थी और 20 लोग इस आतंकी हमले में घायल हो गए थे। इस आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकियों का हाथ था और इसी वजह से ही भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) के बीच तनाव भी काफी बढ़ गया। पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) को सफलतापूर्वक अंजाम दिया, जिसमें 100 से ज़्यादा आतंकियों की मौत हुई और कई आतंकी ठिकाने भी तबाह हो गए। भारत की एयरस्ट्राइक्स में पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को भी काफी नुकसान पहुंचा। हालांकि पाकिस्तान से बदला लेने के लिए भारत ने सिर्फ एयरस्ट्राइक्स ही नहीं, ‘वॉटरस्ट्राइक’ (Water Strike) भी की।
पढ़कर मन में सवाल आना स्वभाविक है कि पाकिस्तान के खिलाफ भारत की ‘वॉटरस्ट्राइक’ आखिर क्या है और भारत ने ऐसा कैसे किया? दरअसल पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने कई सालों से चले आ रहे सिंधु जल समझौता (Indus Water Treaty) रद्द करते हुए पाकिस्तान को दिए जाने वाले पानी पर रोक लगाने का फैसला लिया। इसके तहत कई बांधों का पानी या तो रोक लिया गया या कम कर दिया गया, जिससे पाकिस्तान को मिलने वाले पानी में काफी कमी आई। भारत की इस ‘वॉटरस्ट्राइक’ से न सिर्फ पाकिस्तान के पंजाब और सिंध प्रांत में पीने के पानी की किल्लत हो गई है, बल्कि खेती पर भी काफी असर पड़ रहा है।
Chenab river in Pakistan dries up (Photo – ANI)
◙ पाकिस्तान के खिलाफ भारत की ‘वॉटरस्ट्राइक’ रहेगी जारी
पाकिस्तान की तरफ से कई बार इस बात की गुहार लगाई जा चुकी है कि सिंधु जल समझौते को रद्द करने के फैसले को वापस लिया जाए। हालांकि भारत की तरफ से भी यह साफ कर दिया गया है कि ऐसा नहीं होगा। ऐसे में साफ है कि पाकिस्तान के खिलाफ भारत की ‘वॉटरस्ट्राइक’ जारी रहेगी।
◙ क्वार बांध बनाने की तैयारी तेज़
इसी बीच भारत ने क्वार बांध बनाने की तैयारी तेज़ कर दी है। इस बांध को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में चेनाब नदी पर बनाया जाएगा। क्वार बांध के निर्माण की प्रक्रिया को और तेज़ करने के लिए भारत सरकार ने 3,119 करोड़ रुपये का लोन लेने की योजना बनाई है। इसका लक्ष्य है जल्द से जल्द इस बाँध के निर्माण को पूरा करना, जिससे पाकिस्तान जाने वाले पानी को रोका जा सके और भारत में ही उसका इस्तेमाल किया जा सके।
◙ क्या है क्वार हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट?
क्वार हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (Kwar Hydroelectric Project) के तहत बांध बनाया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट को लेकर मन में सवाल आना लाज़िमी है कि आखिर यह प्रोजेक्ट क्या है? दरअसल क्वार हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के तहत जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में चिनाब नदी पर एक जलविद्युत परियोजना विकसित की जा रही है। यह 540 मेगावॉट की क्षमता वाली परियोजना है, जिसका उद्देश्य पानी का इस्तेमाल करके क्षेत्र में बिजली उत्पादन और ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करना है। इस प्रोजेक्ट के तहत चिनाब नदी का वो पानी जो पाकिस्तान की तरफ जाता है, को मोड़कर बांध और टरबाइन के ज़रिए बिजली का उत्पादन किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय जलविद्युत निगम (NHPC) द्वारा विकसित किया जा रहा है। राष्ट्रीय जलविद्युत निगम इस प्रोजेक्ट पर जम्मू और कश्मीर राज्य विद्युत विकास निगम लिमिटेड और चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (CVVPL) के साथ मिलकर काम कर रहा है। इस प्रोजेक्ट की लागत 4,526.12 करोड़ रूपए है।
भारत के इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद पाकिस्तान की चिंता बढ़ जाएगी। पाकिस्तान की तरफ जाने वाले चिनाब नदी के पानी का इस्तेमाल किश्तवाड़ जिले के साथ ही आसपास के इलाकों के लिए भी बिजली उत्पादन में किया जाएगा। इससे पाकिस्तान में पानी की किल्लत बढ़ेगी, जिसका असर पीने के पानी के साथ ही खेती के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पानी पर भी पड़ेगा। इसकी वजह से पाकिस्तान में पहले से ही छाया जलसंकट और गंभीर हो जाएगा।