कालरा ने उन्होंने 31,000 से अधिक नुस्खे जारी किए
कालरा पर आरोप है कि उन्होंने 31,000 से अधिक नुस्खे जारी किए, जिसमें विशेष रूप से 2019 और 2025 के बीच कई दिन उन्होंने 50 से अधिक नुस्खे लिखे। इसके अलावा, उन्होंने मरीजों के इलाज के लिए नकली दौरे और परामर्श सत्रों का भी बिल बनाया।
वर्तमान स्थिति और कानूनी कार्रवाई
गुरुवार को रितेश कालरा की पहली पेशी न्यू जर्सी के संघीय न्यायालय में हुई। वहां उन्हें घर में नजरबंदी और 1,000,000 अमेरिकी डॉलर के असुरक्षित मुचलके पर रिहा कर दिया गया। साथ ही, उन्हें आदेश दिया गया कि वह मामले के निपटने तक अपनी चिकित्सा पद्धति बंद करें।
डॉ. कालरा के वकील का बयान
हालांकि, कालरा के वकील माइकल बाल्डास्सर ने आरोपों से इनकार किया और कहा कि सरकारी प्रेस विज्ञप्ति “सुपरमार्केट टैब्लॉइड” जैसी है, जो बिना किसी ठोस आधार के मीडिया में फैलायी गई है।
गंभीर आरोपों का सामना कर रहे कालरा
बहरहाल यह मामला एक बड़े विवाद का रूप लेता जा रहा है, जिसमें एक चिकित्सा पेशेवर पर न केवल दवाओं के गलत इस्तेमाल का आरोप है, बल्कि यौन शोषण और सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा के साथ धोखाधड़ी का भी आरोप लगाया गया है। आगे की कानूनी प्रक्रिया और इस मामले में न्याय की प्राप्ति के लिए सभी की नजरें इस पर रहेंगी।
मेडिकल और प्रवासी भारतीय समुदाय में हलचल
न्यू जर्सी में भारतीय मूल के डॉक्टर पर लगे इन गंभीर आरोपों के बाद मेडिकल और प्रवासी भारतीय समुदाय में हलचल मच गई है। अमेरिका में रहने वाले कई भारतीयों ने इस मामले पर चिंता जताई है और जांच की पारदर्शिता की मांग की है। कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स ने कहा कि “अगर आरोप सही हैं तो यह मेडिकल प्रोफेशन पर बड़ा धब्बा है।” मेडिकल एसोसिएशनों ने भी कहा है कि अगर कोई डॉक्टर मरीजों के विश्वास का इस तरह से दुरुपयोग करता है, तो उस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
आगे क्या हो सकता है
अदालत की अगली सुनवाई: डॉ. रितेश कालरा की अगली कोर्ट पेशी जल्द तय होगी, जिसमें केस की दिशा और धाराएं स्पष्ट होंगी। मेडिकल लाइसेंस की समीक्षा: न्यू जर्सी मेडिकल बोर्ड डॉ. कालरा के लाइसेंस को रद्द या स्थगित करने की प्रक्रिया शुरू कर सकता है। संभावित नए खुलासे: जांच के दौरान और भी मरीज सामने आ सकते हैं जिन्होंने दवा के बदले यौन उत्पीड़न का सामना किया हो। फैडरल ड्रग इनवेस्टिगेशन: ओपिओइड के दुरुपयोग से जुड़े मामलों में DEA (ड्रग एन्फोर्समेंट एजेंसी) अब इस केस को और विस्तार से जांच सकती है।
ओपिओइड संकट और डॉक्टर की भूमिका
अमेरिका पहले से ही ओपिओइड महामारी से जूझ रहा है, ऐसे में एक डॉक्टर द्वारा इस लत को बढ़ावा देना एक बहुत गंभीर सामाजिक मुद्दा बन जाता है।
प्रवासी भारतीयों की छवि पर असर
इस तरह के मामले उन लाखों भारतीय मूल के पेशेवरों की छवि को भी नुकसान पहुंचाते हैं जो ईमानदारी से अपने क्षेत्र में काम कर रहे हैं। महिला मरीजों की सुरक्षा पर सवाल
यह केस इस बात को रेखांकित करता है कि महिला मरीजों की मेडिकल सेटअप में कितनी असुरक्षा हो सकती है, खासकर जब डॉक्टर ही शोषक बन जाए।