दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय की ओर से सोमवार को एक बयान जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि साउथ कोरिया में ड्रोन ऑपरेशन कमांड के प्रमुख को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई उस संदेह के चलते की गई है कि पिछले साल उत्तर कोरिया में अवैध रूप से सैन्य ड्रोन भेजे गए थे।
मार्शल लॉ लगाने की थी तैयारी
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यूनिट के कमांडर मेजर जनरल किम योंग-डे को निलंबन की प्रक्रिया के बाद उनके कर्तव्यों से अलग कर दिया गया है। बता दें कि पिछले साल दिसंबर में दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति यूं सुक-योल यून देश में मार्शल लॉ लगाने की तैयारी में थे। हालांकि, वह ऐसा करने में असफल रहे। उसके कुछ महीने पहले ही उत्तर कोरिया पर ड्रोन भी छोड़े गए थे।
फिलहाल हिरासत में सैन्य अधिकारी
किम फिलहाल आधिकारिक दस्तावेजों में जालसाजी सहित कई आरोपों को लेकर हिरासत में हैं। जांच टीम को संदेह है कि यून ने पिछले साल अक्टूबर में ड्रोन कमांडर को रक्षा मंत्रालय या ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (जेसीएस) को सूचित किए बिना उत्तर कोरिया में ड्रोन भेजने के सीधे आदेश दिए थे। इसका उद्देश्य उत्तर कोरिया की ओर से सैन्य उकसावे को भड़काना था ताकि मार्शल लॉ लागू करने को उचित ठहराया जा सके। हालांकि, किम ने अपनी भूमिका से साफ इनकार किया है। उत्तर कोरिया को ड्रोन भेजने और यून की मार्शल लॉ घोषणा के बीच किसी भी संबंध से इनकार किया है।
इसके साथ, तर्क दिया है कि जेसीएस के आदेशों के तहत कानूनी रूप से ड्रोन भेजा गया था। यह दक्षिण के खिलाफ उत्तर कोरिया के अभियानों के जवाबी कार्रवाई का हिस्सा था।