कौन है निमिषा प्रिया
निमिषा प्रिया केरल के पलक्कड़ की रहने वाली हैं। निमिषा नर्सिंग ट्रेनिंग का कोर्स पूरा करने के बाद 2011 में यमन चली गई थी। दरअसल, उसके माता-पिता दिहाड़ी मजदूर थे। वह अपने माता-पिता को अच्छी जिंदगी देने के मकसद से यमन गई थी। यमन में शुरुआत में निमिषा ने कई अस्पतालों में काम किया। हालांकि बाद में उसने खुद का क्लिनिक खोलने का फैसला किया। साल 2014 में वह तलाल अब्दो महदी के संपर्क में आई। बाद में तलाल ने निमिषा को यमन में क्लिनिक शुरू करने में मदद का वादा किया।
महदी के साथ खोला क्लिनिक
यमनी कानून के अनुसार, विदेशी नागरिकों को व्यवसाय शुरू करने के लिए स्थानीय साझेदार की जरूरत होती है। इसीलिए निमिषा ने तलाल अब्दो मेहदी को अपना साझेदार बनाया। हालांकि बाद में दोनों के बीच मतभेद हो गए। इसके अलावा महदी ने उसका पासपोर्ट भी ले लिया जिससे वह यमन से बाहर नहीं जा सके।
महदी की हुई मौत
2017 में निमिषा ने तलाल महदी से अपना पासपोर्ट वापस लेने की कोशिश की। इसके लिए उन्होंने तलाल को बेहोशी का इंजेक्शन दिया, लेकिन दवा की अधिक मात्रा के कारण तलाल की मृत्यु हो गई।
एक साल से सना में है निमिषा की मां
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक निमिषा की मां प्रेमा कुमारी पिछले एक साल से सना में हैं और अपनी बेटी की रिहाई के लिए प्रयासरत हैं। सामाजिक कार्यकर्ता सैमुअल जेरोम बास्करन, जो प्रेमा कुमारी की ओर से यमन में बातचीत कर रहे हैं, का कहना है कि अभी भी कुछ विकल्प बाकी हैं।