scriptDoomsday Fish: प्रलय का संकेत तो नहीं इन मछलियों का मिलना! जानिए ऐसा क्यों कहते हैं जापानी | oarfish appears again doomsday warning or scientific coincidence japan mythical belief | Patrika News
विदेश

Doomsday Fish: प्रलय का संकेत तो नहीं इन मछलियों का मिलना! जानिए ऐसा क्यों कहते हैं जापानी

Oarfish or Doomsday Fish: भारत के अलावा दुनिया के कुछ मुल्कों में ओरफिश पाई गई है। इसे प्रलय की मछलियां भी कहा जाता है। दुनिया की दूसरी सबसे सुंदर मछली को इस देश में ​देखा जाना प्रलय का संकेत माना जाता है। यहां पढ़िए इस मछली के बारे में रोचक तथ्य।

भारतJun 08, 2025 / 06:55 am

स्वतंत्र मिश्र

Oarfish found at Tamil Nadu

भारत व अन्य देशों के समुद्र तटों पर ओरफिश पाई गई। (फोटो : WeatherMonitors X Account )

Doomsday Fish or Ether Oarfish found in Tamil Nadu: इस सप्ताह तीन ईथर ओरफिश 'प्रलय की मछलियां' (Doomsday Fish) ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के तटों पर बहकर आई हैं। बीते सोमवार को तस्मानिया के पश्चिमी तट पर ओरफिश मिली, फिर न्यूजीलैंड के दक्षिण द्वीप डुने़डिन और क्राइस्टचर्च के पास दो सिर रहित ओरफिश पाई गई। इसी साल के मई के महीने में भारत के तमिलनाडु के समुद्री तट के पास मछुआरों ने भी ओरफिश (Oarfish found at Taminadu Seashore) को पकड़ी। इसे लोग प्रलय के संकेत के रूप में देख रहे हैं। हालांकि वैज्ञानिकों ने इस घटना को किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा के संकेत जैसी बातों से जोड़ने को सिरे से खारिज किया है।

जापनी मानते हैं इसे प्रलय का संकेत

Ether Oarfish importance in Japanese mythical stories: जापानी लोककथाओं में इस मछली को प्रलय का संकेत माना गया है। इसे जापानी लोग ओरफिश को ‘डूम्सडे फिश’ (Doomsday Fish) भी कहते हैं। उनका मानना है कि ओरफिश का मिलना, भूकंप या सुनामी (Tsunami) आने की आहट है। साल 2011 में जापान में आए भूकंप और सुनामी से पहले कई ऑरफिश समुद्री तटों पर पायी गई थीं। इसके चलते जापानी किंवदंतियों में लिखी बातों को बल मिला।

समुद्र तट पर इन मछलियों का मिलना क्या दे रहा संकेत?

Mythical importance of Oarfish: वैज्ञानिक जापानी किंवदंतियों को सिरे से खारिज करते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि ऑरफिश का सतह पर आना समुद्री पर्यावरण में हो रहे परिवर्तन से जुड़ा है। जलवायु परिवर्तन या समुद्री धाराओं में बदलाव के कारण यह मछली दिशा भ्रम का शिकार होकर तटों पर आ जाती हैं। वह बीमार होने के कारण भी तट तक पहुंच जाती हैं।

ओरफिश है दूसरी दुनिया की सुंदर मछली

न्यूजीलैंड के ते पापा टोंगरेवा संग्रहालय में मछलियों के क्यूरेटर एंड्रयू स्टीवर्ट ने ओरफिश को दूसरी दुनिया के रूप में बताया है। उन्होंने कहा कि बैंगनी-नीले, चांदी और लाल रंग की यह मछली बेहद ही सुंदर दिखती है। म्यूजियम का एक दल शानदार और अलौकिक दिखने वाली मछलियों में से एक की जांच करने के लिए रवाना हुआ था लेकिन उससे पहले सीगल आ गए और उनके सिर को खा गए।

मछली का सिर रिसर्च के लिहाज से बेहद उपयोगी

स्टीवर्ट ने कहा कि मछली के सिर के हिस्से में बहुत सी मुख्य विशेषताएं थीं। कान की हड्डियां, दांत, गिल और रेकर रिसर्च के लिए उपयोगी साबित होते। एंड्रयू ने कहा कि 8 मीटर की ओरफिश का हर हिस्सा दूसरे हिस्से की तरह हू-ब-हू दिखता है। न्यूजीलैंड में ओरफिश के देखे जाने के लगभग 20 रिकॉर्ड मौजूद हैं। स्टीवर्ट ने बताया कि ओरफिश समुद्री सांपों की किंवदंतियों से उपजा लेकिन प्रलय के दूत के रूप में उनका कोई आधार नहीं था। वर्ष 2019 के अध्ययन से साबित होता है कि ओरफिश और भूंकप के आने के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है।

ओरफिश का मिलना है अति दुर्लभ दुर्घटना

न्यूजीलैंड के हैमिल्टन शहर में स्थित वाइकाटो विश्वविद्यालय के एक मछली पारिस्थितिकीविद प्रो. निक लिंग ने कहा कि ओरफिश का मिलना बेहद दुर्लभ है। यह मछली खुले और गहरे समुद्र में पाई जाती है इसलिए इनके बारे में रिसर्च कर पाना लगभग असंभव है। प्रो. निक ने कहा कि यह समुद्र में लंबवत (Vertical) लटकी रहती है। यह अपने मांस और पृष्ठीय पंखों को हिलाकर तैरती है। उन्होंने कहा कि इस मछली की जीवन शैली असाधारण है। यह समुद्र की गहराई में झूलती रहती है और भोजन के आने का इंतजार करती है।

Hindi News / World / Doomsday Fish: प्रलय का संकेत तो नहीं इन मछलियों का मिलना! जानिए ऐसा क्यों कहते हैं जापानी

ट्रेंडिंग वीडियो