पाकिस्तान के दावों की सच्चाई सामने आ गई है
ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान की ओर से सैन्य अभियान के नाम पर किए गए दावों की सच्चाई सामने आ गई है। सेना प्रमुख असीम मुनीर ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को ऑपरेशन ‘बनयान अल-मर्सुस’ Bunyun-um-Marsos का स्मृति चिन्ह भेंट किया था, जिसमें भारत पर विजय का दावा किया गया था, लेकिन बाद में पता चला कि यह तस्वीर 2019 के चीन के सैन्य अभ्यास की है।
नकल करने के लिए भी अकल चाहिए, लेकिन इनके पास अकल ही नहीं
ओवैसी ने कहा, “पाकिस्तान के ये नेता जो भारत से प्रतिस्पर्धा करना चाहते हैं, वे इतना भी दिमाग नहीं लगा पाते कि चीजों को ठीक से कॉपी कर सकें। नकल करने के लिए भी अकल चाहिए, लेकिन इनके पास अकल ही नहीं।” गौरतलब है कि यह स्मृति चिन्ह एक हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम में दिया गया था, जिसमें पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और उप प्रधानमंत्री इस्हाक डार भी मौजूद थे।
यह वही पाकिस्तान है जो तस्वीर भी ठीक से नहीं दे पाता
ओवैसी ने सभा में कहा, “कल पाक सेना प्रमुख ने राष्ट्रीय असेंबली के स्पीकर और राष्ट्रपति की मौजूदगी में प्रधानमंत्री को एक नकली तस्वीर भेंट की, जिसमें दावा किया गया था कि यह भारत पर विजय है। यह वही पाकिस्तान है जो तस्वीर भी ठीक से नहीं दे पाता।”
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ दुष्प्रचार किया है
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले और उसके बाद भारतीय सशस्त्र बलों के ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के जवाब में, AIMIM सांसद कुवैत में हैं और वहीं से उन्होंने पाकिस्तान की हरकतों पर तंज कसा। ध्यान रहे कि यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ दुष्प्रचार किया है। पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इस्हाक डार की भी एक घटना चर्चा में रही, जब उन्होंने ब्रिटेन के एक अखबार में छपे एक लेख की नकली तस्वीर अपने प्रचार के लिए इस्तेमाल की थी, जो बाद में उनके ही मीडिया की ओर से फर्जी साबित हुई।
भारत ने ने पाकिस्तान के दावों को सख्ती से खारिज कर दिया
गौरतलब है कि 7 मई को भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी बुनियादी ढांचे पर ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के तहत सटीक हमले किए। इसके बाद पाक सेना ने भारतीय ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारत ने पाकिस्तान के दावों को सख्ती से खारिज कर दिया।
भारत-पाक के बीच बढ़ते तनाव में और भी विश्वसनीयता की कमी दिखती है
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को चीन के 2019 के सैन्य अभ्यास की मोर्फ्ड तस्वीर भेंट की, जिसे उन्होंने अपनी सैन्य सफलता का प्रमाण बताया। यह घटना पाकिस्तान की फर्जी प्रचार रणनीति को उजागर करती है, जिससे भारत-पाक के बीच बढ़ते तनाव में और भी विश्वसनीयता की कमी दिखती है।