कांग्रेस सांसद राहुल गांधी क्या बोले
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि हमें चुनाव आयोग ने 5.30 बजे तक के मतदान आंकड़े दिए और शाम 5.30 बजे से 7.30 बजे के बीच 65 लाख लोगों ने मतदान किया। ऐसा होना शारीरिक रूप से असंभव है।
‘एक मतदाता को लगते है तीन मिनट’
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि एक मतदाता को मतदान करने में करीब 3 मिनट लगते है। यदि आप कैलकुलेट करेंगे तो इसका मतलब यह होगा कि रात 2 बजे तक मतदाताओं की लाइनें लगी रही। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
EC ने किया समझौता
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि यह बिल्कुल स्पष्ट है कि चुनाव आयोग ने समझौता कर लिया है। चुनाव प्रणाली में कुछ बहुत गड़बड़ है। बीजेपी ने साधा निशाना
राहुल गांधी के इस बयान के बाद बीजेपी ने निशना साधा है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि पूरी दुनिया भारत के चुनाव आयोग और इसकी प्रक्रिया की तारीफ कर रही है और ऐसे समय पर भारत के खिलाफ और देश की बदनामी की सुपारी लेने का कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और उनके इकोसिस्टम ने काम किया है।
खुद को बचाने के लिए EC पर लगाते है आरोप
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि यदि आप चुनाव जीत जाते है तो चुनाव आयोग ठीक लेकिन आप हार जाओ तो चुनाव आयोग पर आरोप लगा दो। ये लोग अपने आप को बचाने के लिए ईसी पर आरोप लगाते है।
प्रदीप भंडारी ने साधा निशाना
बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने भी राहुल गांधी के बयान पर निशाना साधा है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “लोकतंत्र विरोधी, भारत विरोधी राहुल गांधी, जो भारतीय मतदाताओं का विश्वास नहीं जीत सके, विदेशी धरती पर भारतीय लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है। नेशनल हेराल्ड केस में जमानत पर बाहर है राहुल गांधी- BJP
बीजेपी नेता सीआर केसवन ने कहा राहुल गांधी, सैम पित्रोदा के साथ
नेशनल हेराल्ड मामले में जमानत पर बाहर हैं और दोनों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है और अब वे एक और भारत बदनामी यात्रा पर निकल पड़े हैं, इस बार विदेशी धरती पर। राहुल गांधी ने एक बार फिर भारत की संवैधानिक संस्थाओं पर निंदनीय हमला किया है और उन्होंने भारत के लोकतंत्र को कमजोर करने की असफल कोशिश की है।
बीजेपी नेता संबित पात्रा ने कहा कि सबको पता है कि 2018 में राहुल गांधी और सोनिया गांधी को 50,000 रुपये के मुचलके पर जमानत मिली थी। जमानत मिलने के बाद वे जश्न मना रहे थे और उस समय हमने भी कहा था कि यह भ्रष्टाचार का जश्न मनाने के अलावा कुछ नहीं है। अब भी कांग्रेस इसका खुलकर जश्न मनाने की कोशिश कर रही है। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।