Sunita Williams को सिर्फ 8 दिन के लिए भेजा था अंतरिक्ष में, फिर धरती पर वापसी में क्यों लगे 9 महीने?
Sunita Williams’ Return: सुनीता विलियम्स 9 महीने के इंतज़ार के बाद अंतरिक्ष से धरती पर वापस लौट आई हैं। दुनियाभर में सुनीता और अन्य एस्ट्रोनॉट्स की वापसी से उत्साह का माहौल है। लेकिन मन में एक सवाल आना भी स्वाभाविक है, कि जब सुनीता और बुच को सिर्फ 8 दिन के लिए अंतरिक्ष में भेजा गया था, तो उन्हें वापस लाने में 9 महीने क्यों लगे?
सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) अंतरिक्ष में 9 महीने फंसे रहने के बाद अब धरती पर लौट आई हैं। सुनीता और बुच विल्मोर (Butch Wilmore) के साथ ही इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (International Space Station) से निक हेग (Nick Hague) और अलेक्जेंडर गोर्बुनोव (Aleksandr Gorbunov) को भी धरती पर वापस लाया गया है। चारों एस्ट्रोनॉट्स नासा (NASA) की तरफ से स्पेस में गए थे, लेकिन इन्हें धरती पर वापस लाने का काम एलन मस्क (Elon Musk) की स्पेस रिसर्च कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) ने किया। स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल (Dragon Capsule) के ज़रिए चारों एस्ट्रोनॉट्स की धरती पर वापसी संभव हो सकी। सुनीता और अन्य एस्ट्रोनॉट्स की वापसी से सभी उत्साहित और खुश हैं, लेकिन मन एक सवाल आना भी स्वाभाविक है।
सुनीता की वापसी में लगे लंबे समय से पैदा हुआ एक बड़ा सवाल
सुनीता और बुच को 5 जून, 2024 को सिर्फ 8 दिन के लिए स्पेस में भेजा गया था, लेकिन दोनों को वापस लाने में 9 महीने लगे। ऐसे में मन में सवाल आना स्वाभाविक है कि ऐसा क्यों हुआ?
◙ बोइंग स्टारलाइनर की नाकामी
सुनीता और बुच को बोइंग स्टारलाइनर (Boeing Starliner) स्पेसक्राफ्ट में अंतरिक्ष में भेजा गया था। इस स्पेसक्राफ्ट में दोनों एस्ट्रोनॉट्स को भेजने के फैसले पर कई सवाल भी उठे थे, क्योंकि इसमें तकनीकी खराबी के चलते दोनों के लॉन्चिंग मिशन को कुछ मौकों पर टालना भी पड़ा। इस स्पेस मिशन का लक्ष्य बोइंग स्टारलाइनर के ज़रिए सुनीता और बुच को अंतरिक्ष में भेजना और फिर वापस लाना था, जिससे स्पेसक्राफ्ट की क्षमता पता लगाई जा सके। हालांकि जब दोनों को धरती पर वापस लाने का समय आया, तब बोइंग स्टारलाइनर के 28 रिएक्शन कंट्रोल थ्रस्टर्स में से 5 फेल हो गए। 25 दिनों में 5 बार इस स्पेसक्राफ्ट से हीलियम भी लीक हुई। थ्रस्टर्स तक हीलियम प्रोपेलैंट को पहुंचाना इस मिशन की सफलता के लिए काफी ज़रूरी था, लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा था। ऐसे में पूरी तरह से डेटा टेस्टिंग के बाद नासा ने यह निष्कर्ष निकाला कि बोइंग स्टारलाइनर की नाकामी के चलते इस स्पेसक्राफ्ट के ज़रिए सुनीता और बुच को धरती पर वापस लाना सुरक्षित नहीं है और फिर 6 सिंतबर, 2024 को इसे खाली ही धरती पर वापस लाया गया।
◙ क्रू-10 मिशन को भेजने में लगी देरी
नासा को जब सुनीता और बुच को धरती पर वापस लाने का रास्ता नहीं सूझा, तो एलन मस्क ने यह ज़िम्मेदारी उठाने का प्रस्ताव पेश किया। स्पेसएक्स ने 28 सितंबर, 2024 को क्रू-9 मिशन लॉन्च किया और इसमें 4 एस्ट्रोनॉट्स जाने वाले थे, लेकिन सुनीता और बुच के लिए दो सीट खाली रखी गई। निक और अलेक्जेंडर को इसी मिशन के दौरान स्पेस में भेजा गया था। हालांकि क्रू-9 मिशन के एस्ट्रोनॉट्स की वापसी के लिए क्रू-10 मिशन को भेजना ज़रूरी था, लेकिन इस मिशन को भेजने में भी देरी की गई, जिससे सुनीता और बुच का धरती पर वापसी का इंतज़ार और लंबा हो गया।
◙ राजनीति बनी धरती वापसी में देरी का कारण?
सुनीता और अन्य एस्ट्रोनॉट्स को धरती पर वापस लाने में हुई देरी के लिए राजनीति को भी ज़िम्मेदार ठहराया जा रहा है। वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क ने अलग-अलग मौकों पर कहा है कि मस्क ने तय समय से पहले ही चारों एस्ट्रोनॉट्स को धरती पर लाने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन तत्कालीन राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया। वहीं ट्रंप ने राष्ट्रपति बनते ही मस्क को यह ज़िम्मेदारी सौंप दी कि जल्द से जल्द सुनीता और अंतरिक्ष में फंसे अन्य एस्ट्रोनॉट्स को धरती पर वापस लाया जाए और ऐसा हुआ भी।