सोवियत संघ की जमीन वापस लेना चाहते है व्लादिमिर पुतिन
यूके की मीडिया डेली स्टार ने द मिरर की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि अमेरिका (USA) और यूरोप के प्रमुखों को कथित तौर पर आगाह किया गया है कि अगर डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए कोई समझौता प्रस्ताव पेश भी करते हैं तो इससे रूस के क्षेत्रीय महात्वकांक्षा को खत्म नहीं किया जा सकता। रिपोर्ट में बकिंघम विश्वविद्यालय के सुरक्षा और खुफिया विशेषज्ञ प्रोफेसर एंथनी ग्लीस का हवाला देते हुए कहा गया है कि व्लादिमिर पुतिन यूक्रेन को टारगेट कर सकते हैं। वहीं एमेरिटस प्रोफेसर का मानना है कि कोल्ड वॉर के बाद जो सीमाएं सोवियत संघ के हाथ से चली गईं थीं उन्हें व्लादिमिर पुतिन वापस पाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर ऐसा होता है तो इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि कहीं इसे लेकर तीसरा विश्व युद्द (World War III) ना छिड़ जाए।
NATO सदस्यों से ग्रुप छोड़ने को कर सकते हैं मजबूर
रिपोर्ट के मुताबिक व्लादिमिर पुतिन 1997 के बाद के सभी NATO देशों को निशाना बनाकर USSR और उसके उपग्रह तंत्र को नाम के अलावा पूरी तरह से फिर से स्थापित करने के प्लान पर काम करेंगे। व्लादिमिर पुतिन का इरादा उन्हें NATO छोड़ने के लिए मजबूर करना है। इसलिए इस खतरे को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए। फिनलैंड, स्वीडन, पोलैंड, चेकिया, हंगरी, बुल्गारिया, एस्टोनिया, लातविया, लिथुआनिया, रोमानिया, स्लोवाकिया और स्लोवेनिया, अल्बानिया, क्रोएशिया, मोंटेनेग्रो और पश्चिम मैसेडोनिया इसके उदाहरण हैं। ऐसे में व्लादिमिर पुतिन अगर सोवियत संघ की जमीनों को वापस पाने की कोशिश करेंगे तो ये देश उसका पुरजोर विरोध करेंगे जिसके तीसरे विश्व युद्ध की जमीन तैयार हो सकती है।
रूस के साथ लंबे युद्ध की तैयारी कर लें पश्चिमी देश
प्रोफेसर ग्लीस ने कहा कि अमेरिका और यूरोपीय देशों के लिए रूस के साथ एक लंबे युद्ध की तैयारी करना ही बेहतर होगा। इन देशों को ये प्लानिंग करनी चाहिए कि कैसे रूस के साथ इस संभावित युद्ध को रोका जा सके। “यह सबसे महत्वपूर्ण चीज है जो हम रूस के साथ युद्ध को रोकने के लिए कर सकते हैं।” वहीं एसोसिएट प्रेस की रिपोर्ट कहती है कि अमेरिका और उसके नाटो सहयोगियों के कई लोगों के बीच खतरे की घंटी बज गई है। अगर डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन में युद्ध को खत्म कर भी देते हैं तो रूस की महात्वाकांक्षाओं को कैसे खत्म करेंगे ये सोचने वाली बात होगी।