साइबर क्राइम ब्रांच की उपायुक्त डॉ.लवीना सिन्हा ने बताया कि 5 फरवरी को सूचना के आधार पर चांदखेड़ा की पाश्व रेसिडेंसी के एक मकान में दी गई। हमें सूचना थी कि यहां पर साइबर फ्रॉड का काम चल रहा है। मौके से 9 लोगों को पकड़ा था। इनका 8 दिन का रिमांड मंजूर हुआ है।
मुख्य तीन आरोपी, एक को पकड़ा
सिन्हा ने बताया कि चांदखेड़ा सेे पकड़े गए आरोपी चाइनीज गिरोह को बैंक अकाउंट मुहैया कराते थेे, जिन अकाउंट में ठगी का पैसा जमा होता था। इसमें तीन मुख्य आरोपी हैं, जिसमें से सुनील को पकड़ लिया है। दो आरोपी फरार हैं। सुनील बीते चार महीने से अहमदाबाद में किराए पर मकान लेकर रहता था। चांदखेड़ा में दो महीने से रह रहा था। अनिल के साथ मिलकर गांव के लोगों और मित्रों को यहां बुलाता। उन्हें कमीशन का लालच देकर उनके राजस्थान के पते वाले मूल आधारकार्ड में जोधपुर निवासी सुनील धिराणी के कहने पर और उसकी मदद से अहमदाबाद, मुंबई व अन्य राज्यों का पता दर्ज कराता। फिर बदले पते वाले आधारकार्ड से बैंक में अकाउंट खुलवाता था। अकाउंट की जानकारी, चेकबुक,एटीएम कार्ड सुरेश ले लेता था और धिराणी को देता था। धिराणी चाइनीज गिरोह को अकाउंट की जानकारी देता। वह टेलीग्राम चैनल के जरिए चाइनीज गिरोह के लोगों से संपर्क में है।
10-20 हजार रुपए मिलता कमीशन
पकड़े आरोपियों से पता चला कि उनके नाम पर अहमदाबाद व अन्य शहरों में बैंक अकाउंट खुलवाने पर उन्हें 10-20 हजार रुपए कमीशन मिलता था। यह कमीशन सुरेश देता था। गुजरात में चांदखेड़ा, मोरबी, राजकोट के पतों पर बैंक अकाउंट खुलवाए थे। इसके अलावा राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्णाटक में भी बैंक अकाउंट खुलवाए हैं।
बैंक अकाउंटों विरुद्ध 21 राज्यों में 109 शिकायत
सिन्हा ने बताया कि आरोपियों के पास से मिले बैंक अकाउंट की जांच करने पर सामने आया कि इनके विरुद्ध में नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग (एनसीआरपी) पोर्टल पर 21 राज्यों में 109 साइबर फ्रॉड की शिकायत दर्ज हैं।
43 एटीएम, 21 चेकबुक, 20 आधारकार्ड जब्त
आरोपियों के पास से 43 एटीएम, 10 पासबुक, 21 चेकबुक, 15 सिमकार्ड, 20 आधारकार्ड (10डुप्लीकेट), एक पिस्तौल और सात कारतूस बरामद किए गए। इनकी पूछताछ और प्राथमिक जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए।
9 को चांदखेड़ा, 2 को जोधपुर से पकड़ा
राजस्थान के जोधपुर जिले के खिलेरिया की ढाणी पलई गांव निवासी सुरेश बिश्नोई (19), बीकानेर जिले के जजेवाला रणजीतपुरा गांव निवासी अनिल बिश्नोई (20), जोधपुर जिलेखिलेरिया की ढाणी गांव निवासी कैलास बिश्नोई (43), जोधपुर लोहावट के मदाणियो की ढाणी गांव निवासी हुकमाराम बिश्नोई (19), फलौदी जिले की लोहावट तहसील के पलई गांव निवासी मनीष बिश्नोई (20), जोधपुर ढाको की राणी चंद्रनगर गांव निवासी विकास बिश्नोई (18), जोधपुर खीचडोकी ढाणी थालोड निवासी राकेश बिश्नोई (22), जोधपुर बांसवाडानगर भीयासर निवासी राकेश बिश्नोई (22) और मनकुल बिश्नोई (25) शामिल हैं। इन्हें चांदखेड़ा से पकड़ा है। पांच दिन जोधपुर में डेरा डालने के बाद जोधपुर से बीनाकेर जिले में गंगानगर रोड इंद्रकोलोनी निवासी ललित कुमार बिश्नोई (26) और कुलदीीप किचर (21) को पकड़ा है
11 डिजिटल अरेस्ट, 12 इन्वेस्टमेंट फ्रॉड के केस
आरोपियों के बैंक खातों विरुद्ध 11 डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड, 12 इन्वेस्टमेंट फ्रॉड, 8 टास्क फ्रॉड, 7 जॉब फ्रॉड के मामले हैं। चाइनीज गिरोह की ओर से यह फ्रॉड करने के बाद उसके पैसों को इन आरोपियों के दिए बैंक अकाउंट में जमा कराया जाता था। लेयर-1 और लेयर 2 में इन अकाउंट में पैसे मजा होने का पता चला है। इसके बाद इन अकाउंट से तत्काल नकद या फिर आरटीजीएस, आईएमपीएस के जरिए ज्यादा से ज्यादा पैसे निकाल लिए जाते थे।